Moradabad Health News : कोरोना काल में जिला अस्पताल में नहीं हुआ किसी मरीज का सीटी स्कैन
कोरोना काल में सरकारी अस्पताल की व्यवस्थाएं भले ही चाक-चौबंद होने का दावा किया जाता रहा लेकिन सीटी स्कैन कक्ष पर कोरोना के पीक समय में ताला लटका रहा। अप्रैल मई में ओपीडी सेवाएं बंद होने के साथ ही सिर का स्कैन भी नहीं किया गया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में सरकारी अस्पताल की व्यवस्थाएं भले ही चाक-चौबंद होने का दावा किया जाता रहा लेकिन, सीटी स्कैन कक्ष पर कोरोना के पीक समय में ताला लटका रहा। अप्रैल, मई में ओपीडी सेवाएं बंद होने के साथ ही सिर का स्कैन भी नहीं किया गया। सीटी चेस्ट के लिए मरीजों को बाहर का रास्ता दिखाया गया। हालात ये रहे कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में जिला अस्पताल आने वाले कोरोना संक्रमितों का एक भी सीटी स्कैन नहीं किया गया। जबकि अस्पताल के पास सीटी स्कैन मशीन मौजूद है।
बहाना बनाया गया कि रेडियोलाजिस्ट की ड्यूटी कोविड-एल टू अस्पताल में लगाई गई थी। फेफड़ों के इंफेक्शन को देखने के लिए सीटी स्कोर चेक करने के लिए सीटी चेस्ट प्राथमिकता के साथ कराया गया। अस्पताल आने वाले संक्रमितों को जिनकी सांस उखड़ रही थी। उन्हें निजी रेडियोलाजी सेंटरों पर भेजा गया।
अप्रैल माह में सीटी स्कैन नहीं हो पाया। हर माह योजना से जुड़ी जानकारी प्रदेश मुख्यालय को भेजी गई। सीटी चेस्ट के लिए जिला अस्पताल सीएमएस से बात करेंगे। व्यवस्था ठीक कराई जाएगी।
डा. एमसी गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
जिला अस्पताल में चेस्ट के सीटी स्कैन की व्यवस्था नहीं है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में अप्रैल-मई में ओपीडी बंद थी। जून में ओपीडी शुरू होने के साथ ही ये व्यवस्था चालू करा दी गई।
डा. शिव सिंह, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल