मुरादाबाद के किसानों ने रोड जाम की बनाई रणनीति, स्थानों का चयन, जिम्मेदारी तय
Road jam in Moradabad कृषि कानून के विरोध में किसान लगातार मुखर हैं। मुरादाबाद के किसानों ने बैठक कर रोड जाम करने की रणनीति बनाई। इसके अलावा जगह का चयन करते हुए जिम्मेदारियां भी सौंप दी गईं हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। छजलैट के कोकरपुर गांव में भाकियू असली की बैठक में छह जनवरी को मुरादाबाद हरिद्वार मार्ग पर चक्का जाम करने की रणनीति बनाई गई। इस दौरान नेताओं ने सक्रिय कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी।
कोकरपुर गांव में भारतीय किसान यूनियन असली की पंचायत में सरकार से तीनों कृषि कानून को वापस लेने की मांग की गई। मंडल उपाध्यक्ष लालबहादुर सिंह ने कहा कि सरकार तीन कृषि कानून वापस न लेकर न केवल हठधर्मिता कर रही है बल्कि किसानों की आवाज दबाने का काम कर रही है। जब तक यह काले कानून वापस नहीं होते तब तक किसान शांत नहीं बैठेंगे। पंचायत में तय हुआ कि आगामी छह जनवरी को भारतीय किसान यूनियन असली द्वारा मुरादाबाद हरिद्वार मार्ग पर सेरुवा चौराहे पर 12 बजे से तीन बजे तक चक्का जाम रहेगा। किसानों से ज्यादा से ज्यादा किसानों को पहुंच कर इस चक्का जाम को सफल बनाने का आह्वान किया गया है। यही नहीं किसान नेता लालबहादुर सिंह ने बताया कि सेरुवा चौराहे सहित भोजपुर, मूंढापांडे, बिलारी में भाकियू असली द्वारा रोड जाम करने के स्थानों का चयन किया गया है। पंचायत की अध्यक्षता डीपी सिंह ने की और संचालन प्रदीप छिल्लर ने किया है। पंचायत में लालबहादुर सिंह, धर्मपाल सिंह, यशपाल सिंह, महीपाल सिंह, संजय चौधरी, अमित कुमार, समरपाल सिंह, महबूब अली, रिहान अली, कावेन्दर सिंह, सर्वेंद्र चौधरी सहित किसान मौजूद थे।