मुरादाबाद के निर्यातकों ने ड्यूटी फ्री लाइसेंस के लिए उठाई आवाज, कहा-जल्द मिलनी चाहिए सुविधा
Moradabad City News निर्यातकों को मिलने वाले ड्यूटी फ्री इम्पोर्ट सटिफिकेट (डीएफसीआइ) जारी किए जाने की मांग रखी। बताया कि डीएफसीआइ अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक लाइट फिटिंग पार्ट्स व सजावटी लाइट आदि में जो पार्ट्स प्रयोग होते थे वह मंगाए जाते हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। राज्यसभा सदस्य जफर इस्लाम मुरादाबाद दौरे पर रहे। इस दौरान डिलारी स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। ठाकुरद्वारा में पूर्व सांसद से मुलाकात करने के साथ ही लोगों की समस्याएं सुनीं। मुरादाबाद सर्किट हाउस में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जिले की विकास योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी ली। मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल ने भेंट कर निर्यातकों की समस्या के समाधान के लिए ज्ञापन दिया।
निर्यातकों को मिलने वाले ड्यूटी फ्री इम्पोर्ट सटिफिकेट (डीएफसीआइ) जारी किए जाने की मांग रखी। बताया कि डीएफसीआइ अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक लाइट, फिटिंग पार्ट्स व सजावटी लाइट आदि में जो पार्ट्स प्रयोग होते थे वह मंगाए जाते हैं। कोविड-19 के बावजूद हस्तशिल्प निर्यात ने वृद्धि दर्ज की। ड्यूटी फ्री लाइसेंस से हस्तशिल्प को बनाने में बहुत बड़ी मदद मिलती थी इस सुविधा के खत्म होने से हस्तशिल्प निर्यात बढाने का जो प्रयास है उस पर असर पड़ेगा। जो उत्पाद विदेशी क्रेता के अनुसार बनाते थे। उस पर भी असर पड़ेगा व निर्यात क्षेत्र में नई नौकरियों का सृजन नहीं हो पाएगा। उनसे डीएफआइसी शुरू किए जाने की मांग उठाई। इस दौरान जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पवन कुमार, बीजेपी के जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह भी उपस्थित रहे।
महापौर ने किया भ्रमण : शहर भर में जलभराव की शिकायतें मिलने के बाद महापौर विनोद अग्रवाल ने शहर में भ्रमण किया। उन्होंने बताया कि दो दिन से बारिश बंद नहीं होने के कारण शहर भर में जलभराव हुआ। जल निकासी के लिए सभी पंप चलवा गए। गुलाबबाड़ी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के नौ पंप भी चलाए गए। इससे पानी को खींचने के बाद शोधित कर रामगंगा में डाला गया। शाम तक सभी क्षेत्रों का पानी निकल चुका था। उन्होंने कहा कि नगर निगम शहर में जलभराव को रोकने के लिए हर संभव कार्य कर रहा है, लेकिन लोगों को चाहिए कि वह नाली और नालों में पालीथिन और कूड़ा न फेंकें। जो लोग सक्षम में वे अपने घरों में रेन वाटर हारर्वेसिंस्ट प्लांट लगवाएं। इससे भूगर्भ जलस्तर भी सुधरेगा और शहर में जलभराव की समस्या से निजात भी मिलेगी। हर साल लाखों करोड़ों लीटर पानी की बर्बादी बचेगी।