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सामूह‍िक दुष्‍कर्म के आरोपितों की मदद कर रहा था पुलिस कर्मी, एसएसपी ने क‍िया बर्खास्‍त

Police personnel suspended एसपी ट्रैफिक की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने की कार्रवाई। रुपये लेकर दुष्कर्म के मुकदमे में एफआर लगवाने की कोशिश का आरोप। आरोपितों से मोबाइल फोन पर बातचीत के दौरान सिपाही ने गाली गलौज भी की थी।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sat, 10 Oct 2020 08:22 AM (IST)Updated: Sat, 10 Oct 2020 08:22 AM (IST)
सामूह‍िक दुष्‍कर्म के आरोपितों की मदद कर रहा था पुलिस कर्मी, एसएसपी ने क‍िया बर्खास्‍त
सामूह‍िक दुष्‍कर्म के आरोपितों की मदद कर रहा था पुलिस कर्मी।

मुरादाबाद, जेएनएन। Police personnel suspended। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने छजलैट थाने में तैनात सिपाही नितेश कुमार को शुक्रवार को बर्खास्त कर दिया। सिपाही पर रुपये लेकर दुष्कर्म आराेपितों की मदद करने व उच्चाधिकारियों का नाम लेकर गाली गलौज करने का आरोप था। आरोेपों की पुष्टि के बाद एसएसपी ने सिपाही के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की।

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भ्रष्टाचार व कदाचार में लिप्त सिपाही के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई से पुलिस महकमे में अफरातफरी मची है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2019 में छजलैट थाने में पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमा दर्ज होने के चंद दिनों बाद ही थाना प्रभारी का तबादला हो गया। तत्कालीन उपनिरीक्षक प्रिंस शर्मा छजलैट के नए थाना प्रभारी बने। तब उन्हें पता चला कि जिन लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का आरोप है, उनसे सिपाही नितेश कुमार की साठगांठ है। दुष्कर्म आरोपितों को गुमराह करते हुए सिपाही ने मुकदमे में एफआर लगवाने के नाम पर उनसे दो लाख रुपये की डिमांड की है। इतना ही नहीं दुष्कर्म आरोपितों से मोबाइल फोन पर बातचीत के दौरान सिपाही ने तत्कालीन एसएसपी व छजलैट थाना प्रभारी का नाम लेकर गाली गलौज भी की थी। इससे संबंधित रिकार्डिंग थाना प्रभारी के हाथ लग गई। प्रकरण की गंभीरता भांप प्रिंस शर्मा ने रिकार्डिंग उच्चाधिकारियों के हवाले कर दी। साक्ष्य के आधार पर सिपाही के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हुई। तत्‍कालीन एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र द्वारा शुरू की गई जांच को वर्तमान एसपी ट्रैफिक अशोक कुमार ने मुक्कमल किया। जांच में दोषी पाए जाने पर उन्होंने सिपाही के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सौंप दी। रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने आरोपित सिपाही को बर्खास्त कर दिया। इस बावत एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि जांच में सिपाही के दोषी पाए जाने के बाद विभागीय कार्रवाई की गई है। सिपाही ने सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों से धनउगाही करते हुए उच्चाधिकारियों को लेकर अनर्गल प्रलाप किया था।


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