मुरादाबाद में पूर्व ग्राम प्रधान की गला घोंटकर हत्या, पुलिस ने संपत्ति विवाद में हत्या किए जाने की जताई आशंका
Murder in Moradabad सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के मऊ लाइनपार में एक पूर्व प्रधान की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। स्वजन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अभी तक की जांच में संपत्ति विवाद में हत्या की आशंका जताई है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Murder in Moradabad : सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के मऊ लाइनपार में एक पूर्व प्रधान की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। स्वजन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अभी तक की जांच में संपत्ति विवाद में हत्या की आशंका व्यक्त की गई है। पुलिस ने बेटे की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मूलरूप से कुंदरकी थाना क्षेत्र के बाछल भूड़ गांव गजराज सिंह सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के मऊ में अपने दो मंजिला आवास में रहते थे। उन्होंने प्रथम तल तीन युवकों को किराए पर दे रखा था।
गांव से उन्हें एक बार उन्हें प्रधान भी चुना गया था। बीते कई वर्षों से वह अकेले ही रह रहे थे। गांव में उनके दो बेटे सत्यवीर और धर्मपाल रहते थे। दोनों खेती किसानी का काम करते थे। वह प्रत्येक सप्ताह गांव जाते थे, परिवार का हाल-चाल लेने के बाद वह वापस चले जाते थे। उनके बेटे धर्मपाल ने बताया कि 29 अगस्त की रात उनके पास किराएदार का फोन आया था, इसमें उन्होंने बताया कि पिता गजराज सिंह की तबीयत खराब है, वह कमरे से बाहर नहीं निकल रहे हैं। इसके परिवार के अन्य सदस्यों के साथ घर पहुंचे तो पिता मृत मिले। उनके नाक और मुंह से खून निकला हुआ था। सीओ सिविल लाइंस इंदू सिद्धार्थ ने बताया कि स्वजन की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने के साथ ही इस मामले की जांच की जा रही है।
परिवार में संपत्ति को लेकर चल रहा था विवाद : पूर्व प्रधान की हत्या के मामले में शुरुआती जांच में पता चला है कि परिवार में संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। लगभग एक माह पहले मृतक के बड़े बेटे सत्यवीर के लड़के अंकित के ससुराल के लोग संपत्ति का बंटवारा करने की मांग कर रह थे। मृतक के बड़े बेटे सत्यवीर का एक बेटा था। जबकि, धर्मपाल के दो बेटे हैं। स्वजन ने आरोप लगाया कि मृतक के पौत्र अंकित के ससुराल वाले लगातार मुरादाबाद का आवास देने की मांग कर रहे थे। जबकि, गजराज का कहना था कि जो उनकी सेवा करेगा, उन्हें ही यह आवास दिया जाएगा। इसी के चलते विवाद हुआ था, इस दौरान पौत्र के साले ने जान से मारने की धमकी भी दी थी। पुलिस इन सभी तथ्यों की जांच कर रही है।
28 अगस्त को हो चुकी थी गजराज की मौत : पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों के मुताबिक हाथों से पूर्व प्रधान का गला घोंटकर हत्या की गई है। वहीं हत्या की सूचना मिलने से 24 घंटे पहले ही पूर्व प्रधान की मौत हो चुकी थी। जिस आवास में हत्या की गई वहां पर तीन युवक किराएदार के रूप में रहते थे। जिसमें दो भाई एक अस्पताल में कैंटीन चलाते हैं, जबकि तीसरा किराएदार एक फर्म में नौकरी करता है। पुलिस घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।