धोखाधड़ी कर आवास कब्जाने में बीएसएफ के सहायक कमांडेंट पर मुकदमा दर्ज
सेवानिवृत्त इंजीनियर ने मझोला थाने में दर्ज कराया मुकदमा। महिला की मौत के बाद फर्जी दस्तावेज तैयार कर मकान पर कब्जा कर लिया गया। मकान खाली करने की बात कहने पर 10 लाख रुपये की मांग की गई।
मुरादाबाद, जेएनएन। बुद्धि विहार में धोखाधड़ी करके दस्तावेज तैयार कर आवास कब्जाने के मामले में बीएसएफ के सहायक कमांडेंट व उनके भाई के खिलाफ मझोला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। जान से मारने की धमकी और कूट रचित दस्तावेज तैयार कर आवास कब्जाने का मुकदमा लोक निर्माण विभाग से सेवानिवृत्त हुए इंजीनियर के द्वारा दर्ज कराया गया है।
मझोला थाना क्षेत्र के बुद्धि विहार निवासी हरिओम जौहरी ने बताया कि वह लोक निर्माण विभाग से इंजीनियर के पद से सेवानिवृत्त हैं। आवास-विकास कॉलोनी में उनका 1बी-232, 233 आवास है। सेवानिवृत्त होने के बाद वह उत्तराखंड के काशीपुर में अपनी बेटी के साथ रहने लगे थे। लेकिन, उनकी मां कटोरी देवी उनके साथ जाने को तैयार नहीं हुई थी, जिसके कारण वह घर में अकेली रहती थीं। उनके परिवार से पड़ोस में रहने वाले महेश चंद्र सक्सेना के साथ अच्छे रिश्ते थे। इसकी वजह से मां की देखभाल का काम उन्हीं का परिवार करता था। साल 2017 में मां के देहांत के बाद उनके दोनों आवासों पर महेश चंद्र के बेटे बृजेश कुमार व बीएसएफ में तैनात अमित सक्सेना उर्फ मोनू ने कब्जा कर लिया। दोनों भाइयों ने मिलकर आवास के फर्जी दस्तावेज अपने नाम से तैयार कर लिए। जब इस मामले में दोनों भाइयों से आवास खाली करने की मांग की गई तो उन्होंने दस लाख रुपये मांगे। कई बार इस मामले में समझौते का प्रयास किया तो बीएसएफ में तैनात सहायक कमांडेंट ने पीड़ित हरिओम जौहरी के भाई डीके जौहरी पर जान से मारने की नीयत से चाकू से दो बार वार किया। सेवानिवृत्त इंजीनियर की तहरीर पर मझोला थाना प्रभारी राकेश कुमार सिंह ने मुकदमा दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू कर दी है।