Moradabad Coronavirus News : टीबी और अस्थमा के मरीज बरतें सावधानी, संक्रमित होने पर बढ़ेगी परेशानी, इस तरह करें बचाव
Moradabad Corona Infection TB-Asthma Patient Care कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। पहले से बीमार लोगों को पिछले साल की तरह ही देखभाल की जरूरत है। जिला अस्पताल की ओपीडी में भी प्रतिदिन चेस्ट फिजिशियन की ओपीडी 200 से 250 तक रहती है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Corona Infection TB-Asthma Patient Care : कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। पहले से बीमार लोगों को पिछले साल की तरह ही देखभाल की जरूरत है। जिला अस्पताल की ओपीडी में भी प्रतिदिन चेस्ट फिजिशियन की ओपीडी 200 से 250 तक रहती है। इसमें अधिकतर टीबी के मरीज या फिर अस्थमा के मरीज होते हैं। अस्थमा और टीबी के मरीजों के फेफड़े पहले से ही कमजोर होते हैं। ऐसे में अगर वो संक्रमण की चपेट में आ गए तो स्थिति बिगड़ने में समय नहीं लगेगा। इसलिए पहले की ही तरह पूरी सावधानी बरतनी है। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर रखें। पौष्टिक आहार के साथ चिकित्सक की सलाह वाली एक्सरसाइज भी करें।
साल में चार से पांच बार अस्थमा अटैक
अस्थमा के मरीजों पर सालभर में चार से पांच बार अस्थमा अटैक पड़ जाता है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अस्थमा और टीबी के मरीजों को अधिक खतरा है। इसलिए जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें। शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें और मास्क लगाएं। ऐसे मरीजों को कोरोना का असर हो जाए तो मरीज की परेशानी डबल हो जाएगी।
कोरोना पर शर्तिया काम करने वाली दवा नहीं
कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाना जरूरी है। ये टीका प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है। इसलिए बीमार और 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका लगवाना जरूरी है। प्रतिरोधक क्षमता ठीक होगी तो शरीर में बीमारी से लड़ने की ताकत होगी। इसमें लापरवाही नहीं बरतें। क्योंकि अभी तक कोरोना से ठीक करने के लिए शर्तिया वाली कोई दवा बाजार में नहीं हैं।
बाजार-मुहल्लों में खूब हो रही भीड़
कोरोना की दूसरी लहर में प्रतिदिन 100 या उससे ज्यादा मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसके बाद भी लोग बाजार, गली-मुहल्लों में खूब घूम रहे हैं। कहीं से भी वो संक्रमित हुए तो परिवार के बुजुर्ग को भी संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए सावधानी बरतनी जरूरी है।
ये करें
शारीरिक दूरी का पालन करें, मास्क लगाएं, अस्थमा की दवा नियमित लेते रहें, डॉक्टर की राय के मुताबिक चलें, दिक्कत महसूस होने पर चिकित्सक को दिखाएं, इन्हेलर की जरूरत शरीर को नियमित है, गलत धारणाओं पर कंट्रोल करें, खानपान का रखें ध्यान, ठंडे पेय पदार्थ का सेवन नहीं करें, पौष्टिक आहार लेते रहें, दमें बढ़ाने वाले पदार्थ न लें।
कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। हालात ये हो चुके हैं कि प्रतिदिन सौ या उससे ज्यादा लोग पाॅजिटिव आ रहे हैं। इसलिए सावधानी बहुत जरूरी है। अस्थमा, टीबी के मरीजों को अपना बचाव करके रखना चाहिए।
डॉ. प्रवीण शाह, वरिष्ठ चेस्ट फिजिशियन जिला अस्पताल