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Moradabad Coronavirus News : वायरस से मुकाबले के ल‍िए बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता, न‍ियम‍ित करें योग

Moradabad Coronavirus News योग वैज्ञानिक क्रिया द्वारा शरीर को संतुलित एवं क्रियाशील रखने का एक आसान तरीका है। यह हमारे देश की एक प्राचीन चिकित्सा विधि भी है। योग करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता इतनी बढ़ जाती है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Wed, 28 Apr 2021 12:30 PM (IST)Updated: Wed, 28 Apr 2021 12:30 PM (IST)
Moradabad Coronavirus News : वायरस से मुकाबले के ल‍िए बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता, न‍ियम‍ित करें योग
अच्‍छी जीवनशैली के लिए प्राणायाम, योगासन करना बहुत जरूरी है।

मुरादाबाद, जेएनएन। नियमित योग करने से शरीर स्‍‍‍‍‍‍वस्‍थ बना रहता है। योग नियमानुसार प्रतिदिन करने से असाध्य रोगों से बचा जा सकता है। कैंसर के अलावा अन्य असाध्य रोग भी दूर हो जाते हैं। कोरोना संक्रमण पर जीत हासिल करने व स्वास्थ्य के साथ अच्‍छी जीवनशैली के लिए प्राणायाम, योगासन करना बहुत जरूरी है।

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योग वैज्ञानिक क्रिया द्वारा शरीर को संतुलित एवं क्रियाशील रखने का एक आसान तरीका है। यह हमारे देश की एक प्राचीन चिकित्सा विधि भी है। योग करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता इतनी बढ़ जाती है कि रोग हमारे शरीर के पास आता नहीं है। कोरोना संक्रमण काल में बचने के लिए इसका महत्व और भी बढ़ गया है। सम्‍भल के बहजोई की पतंजलि योगपीठ की योगाचार्य अर्चना मित्तल ने बताया कि नित्य प्रतिदिन योग करने से शरीर को निरोगी रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार, सिंहासन, भुजंगासन, अनुलोम विलोम एवं कपालभाति करने से शरीर को निरोगी बनाया जा सकता है। कोरोना की दूसरी लहर लोगों पर कहर बरपा रही है। इससे बचने के लिए हम सभी लोगों को चाहिए कि नित्य प्रतिदिन योग अवश्य करें।

योग से शरीर के 107 प्वाइंट हो जाते हैं सक्रिय

अर्चना मित्तल बताती हैं कि शरीर के अंदर 107 मर्म यानि कि प्वाइंट होते है। इन्हें वीटाल प्वाइंट भी कहते है। इसमें स्थापनी, विधुर,अपांग, आवृत, सीमांत, अधिपति आदि शामिल हैं। योग करने से यह जाग्रत रहते हैं। योग में विभिन्न आसनों द्वारा इन्ही प्वाइंट को सक्रिय किया जाता है। जो शरीर को रोगों से बचाव करता है।

बीमार‍ियों के अनुसार योग आसन 

योग                                        रोग

अनुलोम- विलोम                    माइग्रेन

प्राणायाम                               हार्ट के रोग

मंडूक आसन                           शुगर

कपालभाति,भस्त्रिका                कैंसर

अनुलोम विलोम                     ब्लड प्रेशर

अर्थशल आसन                      लीवर रोग

धनुरासन                              पीठ के रोग

नोट  : यह सभी आसन योगा प्रशिक्षक व चिकित्सक की सलाह के अनुसार करने चाहिए।


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