मुरादाबाद में चाइनीज मांझे ने ठप की इंटरनेट सेवा, BSNL को व्यवस्था दुरुस्त करने में लगे दो दिन
Moradabad Chinese manjha News चाइनीज मांंझेे के कारण महानगर के कई स्थानों पर इंटरनेट सेवा बाधित रही। दो दिन बाद बीएसएनएल की टीम ने आप्टिकल फाइबर केबिल (ओएफसी) जोड़ कर इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया। अधिकांश लोगों ने ओएफसी सिस्टम से इंटरनेट का कनेक्शन ले रखा है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Chinese manjha News : चाइनीज मांंझेे के कारण महानगर के कई स्थानों पर इंटरनेट सेवा बाधित रही। दो दिन बाद बीएसएनएल की टीम ने आप्टिकल फाइबर केबिल (ओएफसी) जोड़ कर इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया। तेज गति से इंटरनेट के लिए अधिकांश लोगों ने ओएफसी सिस्टम से इंटरनेट का कनेक्शन ले रखा है। उपभोक्ताओं के घरों तक कनेक्शन पहुंचने के लिए ओएफसी को खंभे के ऊपर बांध कर ले जाता है।
रविवार को छुट्टी वाले दिन काफी बच्चों ने विभिन्न क्षेत्रो में पतंग उड़ाने का काम किया। पतंग उड़ाने में चाइनीज मांझा पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा हुआ है। चाइनीज मांझा से कई बार दो पहिया चलाने वालों की गर्दन तक कट गई है। उसके बाद भी चाइनीज मांझेे की बिक्री की जा रही है। इसी चाइनीज मांझा से ओएफसी कट गया। जिससे प्रभात मार्केट, कांठ रोड, दिल्ली रोड समेत कई स्थानों पर इंटरनेट सेवा काम करना बंद कर दिया।
सोमवार को जन्माष्टमी की छुट्टी होने से केबल को जोड़ने का काम नहीं किया जा सकता। मंगलवार की सुबह बीएसएनएल की टीम ने कटे ओएफसी को जोड़कर इंटरनेट सेवा शुरू की। शाम तक सभी क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा शुरू कर दी गई। इसके बाद इंटरनेट उपभोक्ताओं को राहत मिली है। उप महाप्रबंधक बीके शर्मा ने बताया कि चाइनीज मांझा के कारण कई स्थानों पर ओएफसी केबिल कट गया था, जिससे मंगलवार को जोड़कर इंटरनेट सेवा शुरू कर दिया है।
104 लोगों की आंखों का हुआ परिक्षण : मंगलवार को जमियत उल मंसूर जिला-शहर यूनिट की ओर से हैंडीक्राफ्ट डेवलेपमेंट सोसायटी के प्रिंस रोड स्थित कार्यालय पर नेत्र परीक्षण शिविर लगाया गया। इसमें इसमें अनामिका सथपथी चटर्जी, आलोक नंदा चटर्जी, डा. जयकश, डा. करुणा शंकर, डा. कुलदीप, डा. चरण मलिक ने 104 लोगों की आंखों का परीक्षण किया। 41 लोगों को चश्में दिए गए। 38 लोगों के चश्मों के लिए नाम नोट किए गए। इसमें तसलीम मंसूरी, फहीम मंसूरी, डा. अयूब, नौशाद मंसूरी, शानू मंसूरी, कामिल मंसूरी, राहत अंसारी, वसीम, हाजी जमील मंसूरी, आजम मंसूरी रहे।