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नवंबर माह में ज्‍यादा प्रदूषित रही मुरादाबाद की हवा, आंकड़ों पर आप भी डाल‍िए एक नजर

Pollution in Moradabad बिगड़ते वायु गुणवत्ता सूचकांक के कारण मुरादाबाद इस साल कई बार देश में टॉप पर रहा। यहां का एक्यूआइ सबसे खराब दर्ज किया गया जिस कारण एनजीटी ने भी तमाम शहरों के साथ मुरादाबाद में भी पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 04:00 PM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 04:00 PM (IST)
नवंबर माह में ज्‍यादा प्रदूषित रही मुरादाबाद की हवा, आंकड़ों पर आप भी डाल‍िए एक नजर
पिछले साल की तुलना में इस बार वायु गुणवत्ता सूचकांक हुआ बेहद खराब।

मुरादाबाद, जेएनएन। Pollution in Moradabad। ठंड बढ़ने के साथ हवा में प्रदूषण की मात्रा भी बढ़ रही है। लेकिन, इस बार नवंबर में तमाम प्रतिबंध के बावजूद हवा में जहर ज्यादा घुला है। इसकी बानगी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी आंकड़े बयां कर रहे हैं। इन आंकड़ों में साफ है कि 2019 के मुकाबले इस साल नवंबर में कई बार हवा बहुत खराब की श्रेणी में पहुंच गई है, इसका असर सीधे लोगों की सेहत पर पड़ रहा है।

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आंकड़ों को देखा जाए तो पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा बार वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों को देखें तो पिछले साल नवंबर में दो बार वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार गया था। वहीं इसके अलावा ज्यादातर दिनों में एक्यूआइ 350 के नीचे रहा था। लेकिन, इस बार दीपावली पर पटाखों पर प्रतिबंध व पराली पर लगाए गए जुर्माने के बावजूद चार, पांच और छह नवंबर को वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के ऊपर पहुंच गया। इसका साफ मतलब है कि हवा में प्रदूषण की मात्रा इतनी हो गई कि वह लोगों के लिए जहर बन चुकी है। इसके अलावा नवंबर के महीने में ही करीब पांच बार एक्यूआइ 390 के आसपास पहुंच गया।

कई बार टॉप पर पहुंचा मुरादाबाद

बिगड़ते वायु गुणवत्ता सूचकांक के कारण मुरादाबाद इस साल कई बार देश में टॉप पर रहा। यहां का एक्यूआइ पूरे देश में सबसे खराब दर्ज किया गया, जिस कारण एनजीटी ने भी तमाम शहरों के साथ मुरादाबाद में भी पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। पीतल भट्ठियां और ई-कचरा बना कारण भले ही पीतल भट्ठियां और ई-कचरा जलाने पर प्रतिबंध हो। लेकिन, पुराने मुरादाबाद में घर-घर भट्ठियों का संचालन हो रहा है। इसके अलावा लाजपतनगर के कई इलाकों में ई-कचरा भी बड़ी मात्रा में जलाया जा रहा है, जिस कारण यहां की हवा में जहर घुलता जा रहा है।

नवंबर 2019 में कब-कब हवा हुई काफी जहरीली

4 नवंबर - 434

5 नवंबर - 336

7 नवंबर - 435

13 नवंबर - 317

14 नवंबर - 338

20 नवंबर - 327

21 नवंबर - 327

नवंबर 2020 में कब-कब हवा हुई जहरीली

1 नवंबर - 373

2 नवंबर - 393

3 नवंबर - 395

4 नवंबर - 425

5 नवंबर - 489

6 नवंबर - 457

7 नवंबर - 384

8 नवंबर - 399

9 नवंबर - 361

10 नवंबर - 380

11 नवंबर - 370

14 नवंबर - 354

15 नवंबर - 357


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