मुरादाबाद की हवा प्रदूषित, बुद्धि विहार और कांशीराम नगर में लगाए गए प्रदूषण मापक यंत्र
मुरादाबाद में प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार एक नवंबर से 400 से ऊपर दर्ज किया जा रहा था प्रदूषण का स्तर। देशभर में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में मुरादाबाद। बुधवार को रहा तीसरे स्थान पर।
मुरादाबाद, जेएनएन। शहर में दीपावली के मौके पर छह दिन तक प्रदूषण का स्तर चेक किया जाएगा। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इसके लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया है। यह दीपावली पर प्रदूषण का मानक चेक करके रिपोर्ट उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भेजेगा। दिल्ली रोड पर बुद्धि विहार, कांशीराम नगर में अस्थाई रूप से प्रदूषण मापने के यंत्र लगाए गए हैं। लाजपत नगर में पहले से ही ऑनलाइन प्रदूषण मापक यंत्र लगा है। बुद्धि विहार में 21 नवंबर तक प्रदूषण मापक यंत्र लगा रहेगा।
दीपावली से पहले, दीपावली के दिन और उसके बाद का प्रदूषण कितना रहा, यह चेक किया जाएगा। इस बार पटाखों पर रोक के चलते प्रदूषण का स्तर कम होगा या नहीं यह उपकरण से पता चलेगा।
शहर में 400 के पार प्रदूषण का स्तर
दो दिन 400 से नीचे रहा लेकिन, गुरुवार को फिर 400 के पार पहुंच गया है। पटाखों पर रोक लगने से उम्मीद थी कि नीचे आएगा। गुरुवार को शाम सात बजे एयर क्लालिटी इंडेक्स के अनुसार 401 प्रदूषण का स्तर दर्ज किया गया। बीते 15 दिन से शहर रेड जोन में बना हुआ है। गुरुवार को देश में शहर प्रदूषण को लेकर दूसरे स्थान पर रहा। पूरे देश में प्रदूषण को लेकर छवि खराब हो रही है। प्रदूषण में सबसे ज्यादा हाई रिस्क एरिया लाजपत नगर बना हुआ है। इसी एरिया में गुरुवार को भी 400 के पार प्रदूषण का स्तर पहुंच गया।
एक्यूआर के अनुसार प्रदूषण का स्तर
फतेहाबाद 405
मुरादाबाद 401
बहादुरगढ़ 342
गाजियाबाद 332
ग्रेटर नोएडा 327
धारुहेला 324
हिसार 321
सोनीपत 320
दिल्ली 316
सिरसा 313
ग्वालियर 313
छह दिन तक प्रदूषण का स्तर चेक कराया जाएगा। इसके लिए टीमों का गठन किया गया है। पटाखों पर रोक के बाद कितना प्रदूषण इस बार दीपावली पर रहेगा, यह अहम बात होगी।
विकास मिश्रा, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी