किसानों की आमदनी बढ़ाएगा चलता-फिरता कोल्ड स्टोर, तीन महीने तक सुरक्षित रहेंगी फल और सब्जियां
कोल्ड स्टोर 100 रुपये से 200 रुपये प्रति क्विंटल किराया लेते हैं। एफपीओ अपने सदस्य किसानों की सब्जी व फल ही रखेगा और उनसे फायदे की रकम का एक हिस्सा वसूल करेगा। इससे किसानों को काफी सहूलियत मिलेगी।
रामपुर (मुस्लेमीन)। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए रामपुर में अब चलता फिरता कोल्ड स्टोर बन रहा है। सौर ऊर्जा से चलने वाले इस कोल्ड स्टोर को किसान अपने खेत से लेकर दिल्ली मंडी तक ले जा सकेंगे। इस तरह यह किसानों को उनके फल और सब्जी के वाजिब दाम दिलवाएगा और आर्थिक रूप से समृद्ध बनाएगा।
केंद्र सरकार किसानों के हालात सुधारने के लिए एफपीओ (कृषक उत्पादन संगठन) पर विशेष जोर दे रही है। रामपुर में इंजीनियर अमित वर्मा ने भी एफपीओ का गठन किया है। इसके जरिये वह किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण पर फोकस कर रहे हैं। दुनिया के कई देशों में काम कर चुके अमित कहते हैं फसल से ज्यादा आमदनी फूड प्रोसेसिंग में है। इसी को ध्यान में रखते हुए कम कीमत में मोबाइल कोल्ड स्टोर बना रहे हैं। बताते हैं कि इस कोल्ड स्टोर में किसान अपनी सब्जी, फल और मिल्क प्रोडक्ट रख सकेंगे। उन्हेंं जिस समय अच्छे दाम मिलेंगे, तब बेच सकेंगे। इसे जहां चाहे, वहां ले जा सकेंगे। सामान लेने के लिए खेत पर भी जा सकेगा और बेचने के लिए दिल्ली मंडी या अन्य कहीं भी ले जा सकेंगे। इससे किसानों को अपनी सब्जियों के मनचाहे दाम मिल सकेंगे। उन्होंने बताया कि दिल्ली से पुराना कंटेनर खरीदा है। यह 20 फिट लंबा और आठ फिट चौड़ा है। आठ फिट ही ऊंचा है। इसमें आठ पहिये लगे हैं, जो ट्रैक्टर से चलेगा।
20 केवी का सोलर पैनल चलाएगा
10 मीट्रिक टन क्षमता वाले कोल्ड स्टोर की छत पर आठ केवी का सोलर पैनल लगेगा। इसके अंदर का तापमान नियंत्रित करने के लिए आइसो थर्मल सीट लेगी। दो कंप्रेशर लगाए जाएंगे। आद्रता मापने के लिए मीटर भी लगेंगे। कंट्रोल रूम और गार्ड रूम भी बनेगा। मौसम खराब होने पर भी इसमें रखा सामान 60 घंटे तक सुरक्षित रह सकेगा। इसके बाद जेनरेटर या बिजली से भी कोल्ड स्टोर को चलाया जा सकेगा। मोबाइल कोल्ड स्टोर में तीन माह तक फल और सब्जी सुरक्षित रह सकती हैं, जबकि अन्य कोल्ड स्टोर में छह माह तक सुरक्षित रखे जा सकते हैं।
एक माह में हो जाएगा तैयार
इंजीनियर अमित का दावा है कि एक माह में बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने तान माह पहले पसियापुरा गांव में सोलर कोल्ड स्टोर बनाया है, जिसमें 17 लाख की लागत आई है। मोबाइल कोल्ड स्टोर 10 लाख में ही तैयार हो जाएगा। वह चाहते हैं कि हर गांव में कम से कम एक मोबाइल कोल्ड स्टोर हो। सभी बड़े किसानों पर अपना कोल्ड स्टोर हो। ऐसा होने से किसानों की आमदनी बढ़नी तय है। यह कोल्ड स्टोर पांच मीट्रिक टन से लेकर 20 तक बन सकता है। क्षमता के हिसाब से ही इसकी कीमत घट-बढ़ सकती है।
शासन के अफसरों को भी अवगत कराया
जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि यह कोल्ड स्टोर किसानों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। सीजन में किसानों को फल और सब्जियोंं के दाम कम मिल पाते हैं और सीजन खत्म होते ही दोगुने हो जाते हैं। इस कोल्ड स्टोर में लंबे समय तक फल और सब्जी सुरक्षित रह सकेंगे। अच्छे दाम मिलने पर किसान बेच सकेंगे। इसके बारे में शासन के आला अधिकारियों से भी बात की गई है, ताकि दूसरे जिलो के लिए भी ऐसे कोल्ड स्टोर तैयार कराए जा सकें।
कोराना काल में खेती से जुड़े
बीटेक और एमबीए करने के बाद अमित वर्मा ने आठ साल आस्ट्रेलिया, सिंगापुर और जर्मनी मेें कई कंपनियों में काम किया। बताते हैं कि स्मार्ट आइडेंटी डिवाइंस कंपनी बनाई और इसके डायरेक्टर रहे। उनकी अपनी 40 बीघा जमीन है। कोरोना काल में खेतों पर गए तो खेती में रुझान बढ़ा और फिर किसानों की आमदनी बढ़ाने को लेकर सोचने लगे। प्रधानमंत्री मोदी के एफपीओ को मजबूत करने के आह्वान से प्रेरणा मिली और रामपुर कृषक एफपीओ का गठन करा दिया। तमाम मिलने वाले किसानों को इससे जोड़ा। अब इसके दो हजार सदस्य हैं। जिलाधिकारी से बात कर कोल्ड स्टोर बनाने पर चर्चा की। डीएम ने भी उन्हे हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पहले खेत में कोल्ड स्टोर बनाया और अब कंटेनर में कोल्ड स्टोर बना रहे हैं।
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