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पर्दाफाश : लापता आरटीआइ कार्यकर्ता का शामली में कत्ल

मुरादाबाद के पाकबड़ा से लापता आरटीआइ कार्यकर्ता काशिफ सैफी की मुजफ्फरनगर के शामली में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया है।

By RashidEdited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 01:09 AM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 06:07 AM (IST)
पर्दाफाश : लापता आरटीआइ कार्यकर्ता का शामली में कत्ल
पर्दाफाश : लापता आरटीआइ कार्यकर्ता का शामली में कत्ल

मुरादाबाद, जेएनएन। आरटीआइ कार्यकर्ता को मुरादाबाद से अगवा कर शामली में ले जाकर मौत के घाट उतार दिया। हत्यारोपित की निशानदेही पर पुलिस ने चौदह दिन बाद शव को शामली के शाहपुर में गन्ने के खेत से अद्र्धनग्न अवस्था में बरामद किया है। एक गोली घुटने में लगी तो दूसरी पीठ पर लगी हुई थी। पुलिस दूसरे साथी की तलाश में दबिशें डाल रही है। पुलिस की पूछताछ में हत्यारोपित ने आरटीआइ कार्यकर्ता का लड़की पर कमेंट करना बताया है। कई बार आरोपित के बयान बदलने की वजह से पुलिस अभी पूछताछ में लगी हुई है।

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27 दिसंबर से लापता था काशिफ

पाकबड़ा के जुमेरात का बाजार में रहने वाले काशिफ सैफी (28) बिजली मिस्त्री थे। साथ ही आरटीआइ कार्यकर्ता थे। रोजाना की तरह 27 दिसंबर को कासिफ दुकान पर गया थे। रात आठ बजे उनके भाई आशिक अली ने फोन पर बातचीत की, जिस पर कासिफ ने बताया कि एक घंटे में घर पहुंच जाएंगे। उसके बाद कासिफ का मोबाइल बंद हो गया। 30 दिसंबर को परिवार के लोगों ने पाकबड़ा थाने में कासिफ की गुमशुदगी दर्ज कराई। तीन जनवरी को पुलिस ने मुकदमे को अपहरण में तरमीम कर दिया।

सर्विलांस से हुआ हत्या का पर्दाफाश

एसओ नीरज शर्मा के मुताबिक, कासिफ को अंतिम कॉल प्रॉपर्टी डीलर अलका दूबे के साथ काम करने वाले विकास चौधरी पुत्र जयपाल निवासी हुरमजपुर, शामली ने की थी। विकास चौधरी और अल्का दूबे से कई बार पूछताछ की गई। पुलिस ने विकास चौधरी का नंबर सर्विलांस पर लगाकर सुना, जिस पर पुलिस को हत्या के प्रमाण मिल गए। पुलिस ने बुधवार को विकास चौधरी को फिर से हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिस पर विकास चौधरी टूट गए। विकास चौधरी की निशानदेही पर कासिम के शव को शामली के कांधला थाने के शाहपुर स्थित सतवीर के खेत से बरामद किया। अद्र्धनग्न अवस्था में शव पड़ा था।

आरोपित कुलदीप की तलाश में दबिशें 

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिवार को सौंप दिया है। साथ ही हत्या में शामिल विकास के दोस्त कुलदीप पुत्र रामफल की तलाश में दबिशें डाली जा रही है। विकास ने बताया कि कासिम ने उनकी बिरादरी की लड़कियों पर अश्लील कमेंट किया था, जिसके चलते उसकी हत्या कर दी गई। सीओ अपर्णा गुप्ता का कहना है कि कासिम की अगवा कर विकास चौधरी और उसके साथी कुलदीप ने हत्या कर दी है। विकास चौधरी प्रॉपर्टी डीलर अलका दूबे के साथ काम करता है। विकास चौधरी लगातार बयान बदल रहा है, जिसके चलते हत्या की कई वजह सामने आ रही है। पुलिस दूसरे साथी की तलाश कर रही है।

मोबाइल छोड़ कासिम को ले गए शामली

शामली के भाभसी गांव से मुरादाबाद आकर विकास चौधरी ने अलका दूबे के साथ मिलकर प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त में अपनी खास पहचान बना ली थी। विकास का एक रिश्तेदार पुलिस में बड़े अफसर हैं। ऐसे में पुलिस से बचने के पूरे हथकंडे जानता था। उसने कासिम की हत्या पूरी प्लानिंग से की है। कासिम को अपने पास बुलाने के बाद मोबाइल को रामगंगा विहार में छोड़ दिया। उसे बहला फुसलाकर रोडवेज की बस में अपने साथ बैठाकर शामली ले गया, जहां पहले से ही कुलदीप ने हत्या का पूरा इंतजाम किया हुआ था। कासिम की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसे दूसरा रूप देने के लिए कासिम की पेंट उतार दी, ताकि अवैध संबंध का मामला समझा जाए। हालांकि पुलिस हत्या की तह तक पहुंचने में जुटी हुई है।

प्रापर्टी का विवाद आया सामने

विकास चौधरी अलका दूबे के साथ काम करता है। अलका अपने पति को छोड़कर प्रॉपर्टी के कारोबार से जुड़ गई थी, जिसके लिए प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त के लिए विकास चौधरी ग्राहक तलाशता था। पुलिस ने अलका दूबे और विकास चौधरी से पूछताछ की। विकास से पुलिस पांच बार पूछताछ कर चुकी। उसके बावजूद भी उसने मुंह नहीं खोला। पुलिस ने संदेह के आधार पर विकास का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लिया जिसके बाद पुलिस को साक्ष्य मिल गए। विकास ने हत्या करना कबूल करने पर विकास को साथ लेकर पुलिस शामली के भभीसा गांव में गई और शव को बरामद कर लिया।

शातिराना अंदाज में की हत्या

एसओ नीरज शर्मा ने बताया कि विकास चौधरी ने अपना मोबाइल रामगंगा विहार स्थित ऑफिस में रख दिया था, जिसकी कॉल कोई अन्य रिसीव कर रहा था। पुलिस को मिली सीसीटीवी फुटेज में सामने आया कि विकास चौधरी के साथ कासिम अपनी मर्जी से रोडवेज बस में शामली के लिए सवार हुआ था। शामली से दोनों कांधला पहुंच गए, जहां पर कुलदीप बाइक लेकर पहले से खड़ा था। कासिम को बाइक पर बैठाकर शाहपुर स्थित गन्ने के खेत में ले गए, जहां पर उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस मान रही है कि विकास चौधरी ने कासिम की हत्या का सेफ गेम खेला था। उसके बाद भी कुछ ऐसे क्लू छोड़ गया, जिससे पुलिस हत्यारोपित तक पहुंच गई। 


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