कांठ विवाद मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए मंत्री और विधायक, अब 11 को होगी सुनवाई
कांठ विवाद मामले में मंगलवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में पंचायतीराज मंत्री के साथ ही नगर विधायक पेश हुए। कोर्ट ने इस मामले में आदेश के लिए अगली तारीख 11 जनवरी की दी गई है। हालांकि कोर्ट के फैसले को लेकर सुबह से माहौल गर्म था।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। कांठ विवाद मामले में मंगलवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में पंचायतीराज मंत्री के साथ ही नगर विधायक पेश हुए। कोर्ट ने इस मामले में आदेश के लिए अगली तारीख 11 जनवरी की दी है। हालांकि, कोर्ट के फैसले को लेकर सुबह से माहौल गर्म था। लेकिन कोर्ट में आरोपितों की पेशी के बाद आदेश के लिए अगली तारीख दी गई।
सपा सरकार के कार्यकाल में कांठ के अकबरपुर चेंदरी गांव में मंदिर से लाउडस्पीकर उतारने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था। इसी मामले को लेकर चार जुलाई 2014 को एक पक्ष ने महापंचायत बुलाई थी। महापंचायत के दौरान विवाद हो गया था। भीड़ ने पथराव किया तो बचाव में आए पुलिस कर्मियों ने लाठी चार्ज कर दिया था। जिसके कारण रेल यातायात घंटों तक ठप रहा। पथराव और मारपीट में पुलिस-प्रशासनिक अफसरों के अलावा तमाम लोग चोटिल हो गए थे। इस घटना में तत्कालीन डीएम चंद्रकांत को भी चोंटे आई थी। कांठ थाना पुलिस ने इस मामले में तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए थे। जिसमें एक मुकदमे में पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह, शहर विधायक रितेश गुप्ता के साथ ही ढाई सौ से अधिक लोग आरोपित हैं। बीते 22 दिसंबर को कोर्ट में 24 गवाहों के बयान दर्ज होने के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया था। इस मामले में मंगलवार को फैसला आना था। वरिष्ठ अधिवक्ता सुधीर गुप्ता ने बताया कि अज्ञात कारण के चलते मंगलवार को फैसला नहीं आ सका। इस मामले में कोर्ट ने 11 जनवरी 2022 की तारीख दी है।
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