Medicinal Herbs : वन विभाग देगा औषधीय जड़ी-बूटियों का ज्ञान, हर्बल पार्क में जल्द लगाई जाएगी प्रदर्शनी
Medicinal Herbs जानकारी के अभाव में औषधीय पौधों के गुण दोष की परख नहीं हो पाती। ऐसे में वन विभाग आम लोगों को जागरूक करने के लिए औषधीय जड़ी-बूटी की प्रदर्शनी लगाने के साथ ही उनकी बिक्री करने का निर्णय लिया है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Medicinal Herbs : कोरोना महामारी के दौरान सबसे ज्यादा आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खों का उपयोग किया गया। केंद्र सरकार की ओर से काढ़े से लेकर अन्य आयुर्वेदिक औषधियों के बारे में जानकारी देकर बचाव के तरीके बताए गए। इससे आम लोगों का विश्वास भी बढ़ा। लेकिन, आनलाइन बाजार में लोगों को आयुर्वेद के नाम पर नकली चीजों को बेचने का काम किया जा रहा है। जानकारी के अभाव में औषधीय पौधों के गुण दोष की परख नहीं हो पाती। ऐसे में वन विभाग आम लोगों को जागरूक करने के लिए औषधीय जड़ी-बूटी की प्रदर्शनी लगाने के साथ ही उनकी बिक्री करने का निर्णय लिया है।
आयुर्वेद औषधीय ज्ञान देने के लिए वन विभाग ने मुरादाबाद विकास प्राधिकरण से हर्बल पार्क में स्थान मांगा है। जिसमें आयुर्वेदिक पौधों को लगाने के साथ ही उनकी बिक्री भी की जाएगी। वन विभाग के अफसरों ने बताया कि हर्बल पार्क में सबसे ज्यादा स्थान है। शहर में कोई ऐसा पार्क नहीं जिसको औषधीय नालेज पार्क के रूप में विकसित किया जा सके। इस संबंध में वन विभाग के अफसरों ने एमडीए अफसरों से बातचीत शुरू कर दी है। वहीं पार्क को कैसे वन विभाग के माध्यम से और विकसित किया जा सकता है, इस संबंध में कानूनी पहलुओं पर भी विचार किया जा रहा है। नया मुरादाबाद के सेक्टर नौ स्थित हर्बल पार्क का निर्माण मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने कराया है। इस पार्क के निर्माण में लगभग 16 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च की गई है। पार्क की सुंदरता के कारण यहां पर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में वन विभाग के अफसरों ने सार्वजनिक स्थल होने के चलते इसी पार्क में औषधीय पौधे लगाने के साथ ही उनकी बिक्री करने का निर्णय लिया है। आम लोगों को औषधीय जड़ी-बूटियों के बारे जानकारी देने के लिए हर्बल पार्क में नर्सरी विकसित की जाएगी। इसके साथ ही यहीं पर औषधीय पौधों की बिक्री भी की जाएगी। ताकि हर्बल के नाम पर लोगों को ठगी से बचाया जा सके।
यह पौधे लगाएगा वन विभाग : वन विभाग के अफसरों के मुताबिक वह हर्बल पार्क में तुलसी, आंवला, गिलोए,कचनार, सर्पगंधा,उअर्जुन, हरि श्रृंगार, अजमोद, अजवायन, अश्वगंधा, घृत कुमारी, चिरायता, छुइमुइ पौधा, जायफल, जीरा, दालचीनी, देवदार, धतूरा, नीबू घास(भारतीय), नीम, नीलगिरी वृक्ष,ब्राह्मी, हरीतकी, हिरन खुरी, हेमलाक के पौधे लगाए जाएंगे।
औषधीय पौधों के गुणकारी लाभ की मिलेगी जानकारी : हर्बल पार्क में औषधीय पौधे लगाने के साथ ही वन विभाग के अफसर इन पौधों का उपयोग किन बीमारियों के लिए किया जाता है। इसकी भी जानकारी देंगे। पौधों से मिलने से वाले गुणकारी लाभ के बारे में जानकारी दी जाएगी। विभाग के अफसरों का मानना है कि इससे लोगों के पास औषधीय पौधों के बारे में पूरी जानकारी होगी। वहीं जानकारी होने के बाद उन्हें कोई औषधियों के नाम पर उन्हें धोखा भी नहीं दे पाएगा।
बीते कुछ वर्षों में औषधीय पौधों के बारे में जानने के लिए दिलचस्पी बढ़ी है। ऐसे में लोगों के पास औषधीय पौधों की जानकारी न होने के कारण उन्हें ठगने का प्रयास किया जा रहा है। एमडीए के अफसरों से बातचीत करके नया मुरादाबाद स्थित हर्बल पार्क में औषधीय पार्क विकसित करने की योजना तैयार की गई है। यहां लोगों को पौधों के बारे में जानकारी देने के साथ ही उनकी बिक्री भी की जाएगी। बातचीत पूरी होने के बाद इस काम को शुरू कर दिया जाएगा। इससे लोगों को लाभ होगा। वहीं औषधीय पौधों के बारे में पूरी जानकारी भी होगी।
विजय सिंह, क्षेत्रीय वन निदेशक