जल्द ही मुरादाबाद के दो पेट्रोल पंपों की खुल जाएगी सील, मुरादाबाद विकास प्राधिकरण में जमा कराई गई कंपाउंडिंग की रकम
Moradabad Development Authority News मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मधुसूदन हुल्गी के छुट्टी पर चले जाने के बाद अब डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह को ही पेट्रोप पंप सील किए जाने का मसला निपटाना है। पेट्रोल पंपों ने कम्पाउंडिंग शुल्क एमडीए में जमा कर दिया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Development Authority News : मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मधुसूदन हुल्गी के छुट्टी पर चले जाने के बाद अब डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह को ही पेट्रोप पंप सील किए जाने का मसला निपटाना है। पेट्रोल पंपों ने कम्पाउंडिंग शुल्क के तौर पर एमडीए में अब तक एक करोड़ 31 लाख रुपये की धनराशि जमा कर दी है। इनमें दो पंपों की 75 फीसद कम्पाउंडिंग शुल्क की धनराशि जमा हो चुकी है। इसलिए सील जल्द ही खुल सकती है।
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मधुसूदन हुल्गी ने पांच पेट्रोल पंपों पर सील लगवा दी है। इनमें दो सीएनजी पंप भी शामिल हैं। एमडीए के अफसरों का कहना है कि कि यह पंप बिना नक्शे के संचालित हो रहे थे। कम्पाउंडिंग शुल्क देने के बाद ही सील खुल सकेगी। मुरादाबाद पेट्राेलियम डीलर्स एसोसिएशन ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए पंपों की छह घंटे की सांकेतिक हड़ताल भी की थी। लेकिन, एमडीए के अफसर काम्पाउंडिंग नक्शा जमा करने पर भी अड़़े रहे।
पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी पंप संचालकों और एमडीए के अफसरों को बुलाकर आमना-सामना करा दिया था। इस दौरान भी बात कम्पाउंडिंग शुल्क जमा करने पर ही आकर रूकी थी। मंत्री ने भी पंप संचालकों से नक्शा जमा कराने के लिए कहा था। सभी पंप संचालकों ने नक्शा तो जमा करा दिया। लेकिन, अभी तक अगवानपुर और लाकड़ी रोड पर सील हुए सीएनजी पंपों के संचालन करने वाली कंपनी ने ही एक करोड़ 11 लाख रुपये जमा कराए हैं। एमडीए सचिव सर्वेश कुमार गुप्ता ने बताया कि काम्पाउंडिंग के नक्शे सभी पंप संचालकों के जमा हो गए हैं।
दो सीएनजी पंप संचालकों ने काम्पाउंडिंग शुल्क की 75 फीसद धनराशि जमा की है। इसलिए इन पंपों की सील खोले जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। तीसरे पंप संचालक ने 20 लाख रुपये जमा किए हैं। उनसे भी कम्पाउंडिंग की 75 फीसद धनराशइ जमा करने के लिए कहा गया है। धनराशि जमा होने पर उनके पंप की सील खोलने के लिए भी कार्रवाई होगी। इसके अलावा जो अन्य सील हुए पंप हैं, उनसे भी धनराशि जमा कराने के लिए कहा जा रहा है। धनराशि जमा होते ही सील खोल दी जाएगी।