MDA News : सेवा समाप्त होने पर एमडीए के संविदा कर्मचारी ने खाया जहर, गंभीर हालत में मेरठ रेफर
MDA computer operator suicide attempt नया मुरादाबाद स्थित मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के दफ्तर में कार्यरत एक कर्मचारी ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। स्वजनों ने पहले निजी अस्पताल भर्ती कराया वहां से मेरठ रेफर कर दिया गया।
मुरादबाद, जागरण संवाददाता। MDA computer operator suicide attempt : मझोला थाना क्षेत्र के नया मुरादाबाद स्थित मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के दफ्तर में कार्यरत एक कर्मचारी ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। स्वजनों ने पहले निजी अस्पताल में भर्ती कराया, वहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद मेरठ रेफर कर दिया।
पुलिस के अनुसार नवल नाम का कंप्यूटर ऑपरेटर कर्मचारी पिछले 12 साल से एमडीए दफ्तर में संविदा के पद पर कार्यरत था। तीन दिन पहले उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। इसे लेकर वह काफी परेशान था। मंगलवार को वह दफ्तर में पहुंचा और उसने अधिकारियों से अपनी नौकरी को लेकर बात की, लेकिन किसी ने भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसकेे बाद नवल दफ्तर से शाम को घर पहुचा और देर रात जहर खा लिया। उल्टियां होने पर स्वजनों ने उससे पूछताछ की, तब नवल ने जहर खाने की बात बताई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। गंभीर अवस्था में नवल को पाकबड़ा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। उसकी हालत गंभीर होने पर मेरठ के लिए रेफर किया गया है। मझोला थाना प्रभारी जीत सिंह ने बताया कि तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लंबित आवेदन नहीं होंगे बर्दाश्त, रिजेक्ट करने के लिए बताना होगा कारण : सम्भल में डीएम के द्वारा खादी एवं ग्रामोद्योग द्वारा संचालित रोजगार योजना के संबंध में समीक्षा बैठक की गई। इसमें डीएम ने सभी बैंकर्स को ऋण संबंधित फाइल का निस्तारण और किसी भी फाइल को निरस्त करने का ठोस कारण बताने के निर्देश दिए। कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में संजीव रंजन की अध्यक्षता में उद्योग विभाग में संचालित मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, एक जनपद एक उत्पाद, वित्त पोषण योजना एवं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना संबंधी बैंकों में लंबित आवेदन पत्रों के निस्तारण के संबंध में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जीएम डीआइसी द्वारा लंबित आवेदनों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। जिला खादी ग्राम उद्योग अधिकारी ने लंबित आवेदन के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की, जिसमें डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए दिशा निर्देश दिए। उन्होंने सभी बैंकर्स से कहा कि 10 दिन के अंदर पात्र आवेदकों का आवेदन को स्वीकृति दी जाए या निरस्त करने का पूर्णता कारण बताना सुनिश्चित करें।