Mahant Narendra Giri Death : महंत मामले में सामने आया मुरादाबाद के डिप्टी कमांडेंट का नाम, कराया था समझौता
Mahant Narendra Giri Death प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद मुरादाबाद पीएसी की 23वीं वाहिनी में भी हलचल है। दरअसल यहां के डिप्टी कमांडेंट ने विवाद में समझौता कराया था।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Mahant Narendra Giri Death : प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या के मामले में पीएसी 23वीं वाहनी में तैनात एक डिप्टी कमांडेंट का नाम सामने आया हैं। उन पर आरोप हैं कि उन्होंने महंत विवाद में हस्तक्षेप करते हुए लखनऊ में दोनों पक्षों का समझौता कराया था। इस मामले में डिप्टी कमांडेंट का नाम सामने आने के बाद पीएसी 23वीं वाहनी के अफसरों ने चुप्पी साध ली है। पीएसी गेट पर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के साथ ही बिना इजाजत प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। वहीं कमांडेंट भी सीयूजी फोन नहीं रिसीव कर रहीं हैं। आइजी पश्चिमी जोन अमित चंद्रा ने बताया कि उनसे इस मामले में मुख्यालय स्तर पर आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं मांगी गई है।
सोमवार की शाम को प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उनका शव अल्लापुर स्थित श्री मठ बाघम्बरी गद्दी स्थित कमरे में मिला था। स्थानीय पुलिस अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने फांसी के फंदे से झूलकर आत्महत्या की है। वहीं घटना स्थल से उनका आठ पेज का सुसाइड नोट पुलिस को मिला था। मंगलवार को इस मामले में अचानक मुरादाबाद में पीएसी 23वीं वाहिनी में तैनात डिप्टी कमाडेंट ओपी पांड़े का नाम सामने आ गया था। इस मामले की जांच कर रही एसआइटी ने उनसे पूछताछ की बात कही है। एएसपी रैंक के पुलिस अधिकारी ओपी पांड़े को पीएसी 23वीं वाहिनी में लगभग डेढ़ वर्ष पहले चार जून 2020 को डिप्टी कमांडेंट के पद पर तैनात किया गया था। बीते एक माह से उनके लखनऊ में होने की जानकारी सामने आई है। इस मामले में पीएसी 23वीं वाहिनी की कमांडेंट शालिनी से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनके द्वारा सीयूजी फोन नहीं उठाया गया। वहीं पश्चिमी जोन आइजी अमित चंद्रा ने इस मामले में कोई भी आधिकारिक जानकारी होने से इन्कार कर दिया।