शहर की तरह गावों की भी बिजली व्यवस्था होगी बेहतर
मुरादाबाद: मंडल के मुरादाबाद, सम्भल और अमरोहा के लोगों के लिए अच्छी खबर है। शहर के बाद अब
मुरादाबाद: मंडल के मुरादाबाद, सम्भल और अमरोहा के लोगों के लिए अच्छी खबर है। शहर के बाद अब गावों में भी बिजली व्यवस्था बेहतर होने वाली है। ग्रामीण अंचलों में बेहतर आपूर्ति और हर घर में कनेक्शन देने की जिम्मेदारी निजी कंपनी को सौंपी गई है। मई से कंपनी काम शुरू कर देगी। इससे बिजली को लेकर गावों में आए दिन होने वाली समस्या में कमी आएगी।
आबेडकर जयंती पर होगी शुरुआत आबेडकर जयंती पर प्रदेश सरकार ग्राम स्वराज अभियान की शुरुआत करने जा रही है। इस अभियान के तहत ग्रामीण अंचलों के उन अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति बाहुल्य ग्रामों का चयन किया गया है, जहा बिजली कनेक्शन कम हैं। अभियान के तहत हर घर में कनेक्शन देने की शनिवार से शुरुआत होगी। कनेक्शन देने के लिए कंपनी हर घर का सर्वे कराएगी। जिन घरों में कनेक्शन नहीं हैं उन्हें चिन्हित कर योजना के तहत निश्शुल्क कनेक्शन दिये जाएंगे। इन कायरें पर होगा फोकस -जर्जर तारों को हटा नई केबल लाइन बिछाना।
-हर घर को 40 मीटर के दायरे में लाना। मतलब हर 40 मीटर पर एक पोल होगा। इससे बेहतर बिजली आपूर्ति में मदद मिलेगी।
-एबीसी कंडक्टर लगाना। यह कंडक्टर हर खंभे पर लगेंगे। इससे बिजली चोरी रोकने में मदद मिलेगी।
-आवश्यकतानुसार पुराने ट्रासफार्मरों को बदला जायेगा। क्षमता वृद्धि के लिए ऐसे स्थानों पर अधिक क्षमता के ट्रासफार्मर लगाये जायेंगे।
-हर घर की कनेक्शन से बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना। कंपनी के काम की होगी निगरानी कंपनी द्वारा कराये गए कायरें की निगरानी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एजेंसी की ओर से की जाएगी। एजेंसी कंपनी के काम की रिपोर्ट केन्द्र सरकार की संस्था रूरल इलेक्ट्रिसिटी कारपोरेशन को देगी। योजना से मिलेगा लाभ हर 40 मीटर पर पोल होने से तारों पर लोड कम रहेगा। केबल पड़ने से कटिया की शिकायतें खत्म हो जाएंगी। इससे बेहतर आपूर्ति में इजाफा होगा। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस कदम से आने वाले समय में गाव में 24 घटे बिजली देने में मदद मिलेगी। बिजली चोरी पर लगेगी लगाम शहरों की तरह गाव में भी हर घर में बिजली कनेक्शन और बेहतर आपूर्ति का काम प्राइवेट कंपनी को दिया गया है। इस काम से बिजली आपूर्ति बेहतर होगी। साथ ही बिजली चोरी पर लगाम लगेगी।
-संजय गर्ग, अधीक्षण अभियंता, ग्रामीण।