डेढ़ महीने से रामपुर में घूम रहा तेंदुआ, जौहर विश्वविद्यालय के पास भी दिख चुका है, ग्रामीणों में दहशत
Leopard in Rampur डेढ़ माह से तेंदुआ जिले में घूम रहा है। कभी दढ़ियाल तो कभी मसवासी क्षेत्र में नजर आता है जौहर यूनिवर्सिटी के पास भी देखा गया है। वन विभाग तेंदुए को पकड़ने के लिए कांबिंग भी कर रही है और पिंजड़ा भी लगा रही है।
रामपुर, जेएनएन। Leopard in Rampur : डेढ़ माह से तेंदुआ जिले में घूम रहा है। कभी दढ़ियाल तो कभी मसवासी क्षेत्र में नजर आता है, जौहर यूनिवर्सिटी के पास भी देखा गया है। इससे ग्रामीणों में दहशत है। वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए कांबिंग भी कर रही है और पिंजड़ा भी लगा रही है, लेकिन तेंदुआ हाथ नहीं आ पा रहा है। दढि़याल व मसवासी के आसपास के गांवों तेंदुआ काफी दिन से दिख रहा है।
हाल ही में जौहर यूनिवर्सिटी के पास भी देखे जाने की सूचना ने वन विभाग को भी सकते में डाल दिया है। वन विभाग की टीम तेंदुए की लोकेशन तलाशने की बात कहती है और तेंदुआ एक क्षेत्र केे बाद दूसरे क्षेत्र में पहुंच जाता है। पिंजड़ा लगाने के बाद भी तेंदुआ हाथ नहीं आ पा रहा है। दढ़ियाल क्षेत्र में तेंदुआ पांच दिन में दो बार लोदीपुर नायक के ग्रामीणों और बुधवार को भावपुरा बहल्ला नदी पुल पर दिखाई दिया। सूचना पर तमाम लोग जंगल में पहुंच गए।
तेंदुआ लोदीपुर नायक में गन्ने के खेत में चला गया। गांव भावपुरा में तो नदी किनारे स्थित मंदिर से बाबा बालकनाथ के दो कुत्ते भी गायब हैं। गायब होने के पीछे भी तेंदुए को ही माना जा रहा है । पिछले दिनों मसवासी क्षेत्र के गांव बेलवाड़ा में तो तेंदुए ने दलजीत सिंह राणा एडवोकेट के घर के बाहर कुत्ते पर हमला किया था। सूचना पर डीएफओ राजीव कुमार भी पहुंचे थे, लेकिन तेंदुआ पिंजड़ा लगाने के बावजूद नहीं फंसा।
इन गांवों में दिखाई दिया तेंदुआ : क्षेत्र के गांव लोदीपुर, भावपुरा, बहल्ला नदी पुल, महुआखेड़ा, जटपुरा, रूपापुर, सिटला, मुवाना, अकबराबाद इत्यादि गांवों के रास्ते, जंगल, नदी किनारे जैसे स्थानों पर तेंदुआ दिखाई दे चुका है।