अनूठी शादी में विवाह के बंधन में बंधे कृष्ण प्यारी और नंदी Moradabad News
अनूठी शादी में द्वार चार से लेकर सात फेरे तक की रस्में निभाई गईं गो संरक्षण का संदेश देने वाली अनूठी शादी में गोद लेने का आह्वान !
मुरादाबाद, जेएनएन : गो संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए रविवार को एक अनूठे प्रयोग का गवाह पूरा मुरादाबाद बना। यहां गाय कृष्णप्रिय गाय दुल्हन की तरह सजी थीं तो भगवान शिव की सवारी नंदी दूल्हा बनकर बरात लेकर पहुंचे।
सनातन परंपराओं से परिपूर्ण इस विवाह में समान्य शादी की तरह सभी रस्में निभाई गईं। ढोल नगाड़ों संग बरात निकली, द्वार चार के साथ जयमाल और सात फेरों की रस्म भी हुई। इस अनूठी शादी में शहरवासी बराती और घराती बन वर व वधू पक्ष की ओर से सम्मिलित हुए। श्री भगवती गो पुनर्वास आश्रम द्वारा आयोजित समारोह के लिए एमआइटी कॉलेज को बरात घर में तब्दील किया गया था। सुबह दस बजे ढोल नगाड़ों और नाचते गाते बरातियों के साथ नंदी महाराज ट्रैक्टर पर सवार होकर बरात लेकर पहुंचे। यहां इंतजार कर रहे वधू पक्ष के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया और द्वारचार की रस्म अदा की गई। इसके बाद जूना अखाड़े की महामंडलेश्वर योग योगश्वरी यति के दिशानिर्देशन में जयमाल व सात फेरों की रस्म अदा की गई। इस भव्य विवाह में घराती-बराती के लिए भोजन का भी प्रबंध था। विवाह सम्पन्न होने के बाद करीब पांच बजे नंदी के साथ कृष्णप्रिया की विदाई की रस्म अदा की गई।
जगह- जगह हुआ बरात का स्वागत
बरात का स्वागत जगह-जगह किया गया। सीएल गुप्ता वल्र्ड स्कूल होते हुए बरात सेल टैक्स चौराहे पर पहुंची जहां पुष्प वर्षा कर बरात का स्वागत श्रद्धालुओं ने किया। इसके बाद रामगंगा विहार चौराहे, साईं मंदिर के पास भी बरात का स्वागत हुआ।
उमड़ी श्रद्धालुओं की श्रद्धा
इस अनूठे प्रयोग ने मुरादाबाद वासियों के दिल में गाय के प्रति श्रद्धा भाव को भी जगा दिया। हर कोई इस विवाह में शामिल होने के लिए पहुंचा, जहां न केवल रस्मों में शामिल हुए वरन गो माता का आशीर्वाद भी प्राप्त किया।