छापामार टीम से बचने के लिए अवैध वेंडर जानिये कहां छिपाकर रखते हैं घटिया खाद्य सामग्री, सप्तक्रांति एक्सप्रेस के यात्रियों ने खोला राज
अवैध वेंडर रेलवे की छापामार टीम से बचने के लिए घटिया सामग्री को यात्रियों के बीच छिपाकर रख देते हैं। इसकी जानकारी तब हुई जब रेलवे की टीम ने सप्तक्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में छापा मारा। यात्रियों ने अवैध वेंडर के द्वारा छिपाकर रखी गई सामग्री निकालकर देना शुरू कर दिया।
मुरादाबाद, जेएनएन। अवैध वेंडर रेलवे की छापामार टीम से बचने के लिए घटिया खाद्य सामग्री को यात्रियों के बीच छिपाकर रख देते हैं। इसकी जानकारी तब हुई जब रेलवे की टीम ने सप्तक्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में छापा मारा। ट्रेन के यात्रियों ने अवैध वेंडर के द्वारा छिपाकर रखी गई खाद्य सामग्री निकालकर देना शुरू कर दिया।
कोरोना संक्रमण के बाद काफी कम ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। कुछ ट्रेनों में पेंट्रीकार नहीं हैं। रेलवे ने इन ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को खाना-पानी उपलब्ध कराने की कोई व्यवस्था तक नहीं की है। कुछ ट्रेनों में पेंट्रीकार है, लेकिन तकनीकी कारणों से उसे हटा दिया गया है। इसका लाभ अवैध वेंडर उठाते हैं। अवैध वेंडर ऐसी ट्रेनों में घटिया खाद्य पदार्थ की बिक्री करते हैं। ट्रेन में चलने वाले चेकिंग स्टाफ व रेलवे पुलिस भी अवैध वेंडर को नहीं रोकते हैं। अवैध वेंडरों ने रेलवे की छापामारी टीम से बचाव के लिए नया तरीका अपना रखा है। अवैध वेंडर जहां से ट्रेन चलती है, उस स्टेशन पर पहले ही यात्रियों की सीट के नीचे खाद्य सामग्री रख देते हैं। बाद में वहीं से निकालकर बिक्री करते हैं। छापामार टीम को लगता है कि यात्रियों का सामान है, इसलिए उसकी चेकिंग नहीं करती है।
दिल्ली की सूचना पर मुरादाबाद स्टेशन पर वाणिज्य विभाग की टीम ने आनंद विहार से मुजफ्फरपुर जाने वाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस में छापामार। टीम को देखते ही अवैध वेंडर रेल लाइन पर कूद कर भाग निकले। जब यात्रियों को पता चला कि अवैध वेंडर अधिक कीमत पर घटिया खाद्य सामग्री की बिक्री कर रहे थे तो यात्रियों ने बताया कि सीट के नीचे अवैध वेंडरों ने सामान छिपा कर रखा है। टीम ने एक लाख से अधिक की खाद्य सामग्री को बरामद किया है।