जानिए कितने फीसदी दोपहिया वाहन चालक पहनते हैं हेलमेट Moradabad news
महानगर समेत समूचे मुरादाबाद महज बीस फीसद दो पहिया वाहन चालक ही हेलमेट पहनते हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि हेलमेट होने के बावजूद 50 फीसदी बाइक चालक उसका उपयोग ही नहीं करते।
मुरादाबाद । महानगर समेत समूचे मुरादाबाद महज बीस फीसद दो पहिया वाहन चालक ही हेलमेट पहनते हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि हेलमेट होने के बावजूद 50 फीसदी बाइक चालक उसका उपयोग ही नहीं करते। इतना ही नहीं तीस फीसद ऐसे भी वाहन चालक हैं, जिन्होंने हेलमेट खरीदना मुनासिब ही नहीं समझा। यूं कहें कि मुरादाबाद में दो पहिया वाहन चालक खतरों से खेलने के शौकीन हैं, तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। ट्रैफिक एसपी सतीश चंद्र ने हेलमेट की उपयोगिता व इसके महत्व पर गहन प्रकाश डाला।
जरा इधर भी फेरें नजरें
हेलमेट से दृश्यता बाधित नहीं होती, सुनने में कोई रुकावट भी हेलमेट नहीं डालता, हेलमेट के भीतर खतरनाक तापमान नहीं बढ़ाता, हेलमेट से थकान नहीं होती, इससे त्वचा संबंधी रोग नहीं होते, गर्दन की चोट की संभावना नहीं होती।
ऐसे हेलमेट का करें उपयोग
थर्मोकोल की मोटी परत कम से कम 20 मिलीमीटर होनी चाहिए। यह परत सिर के चारों ओर फैली होनी चाहिए। पूरे चेहरे को ढंकने वाली हेलमेट सभी तरह से ज्यादा सुरक्षित है।
हेलमेट के हिस्से और उनकी भूमिका
खोल - हेलमेट का खोल इंजेक्शन मोल्डेड थर्मोप्लास्टिक या प्रेशर मोल्डेड थेरमोस्टैट होता है। इसे ग्लास फाइबर से मजबूती दी जाती है, या यह फाइबरग्लास से बना होता है। हेलमेट में टक्कर लगने पर उसका खोल मुड़ जाता है और अंदर का फोम बिगड़ जाता है। मध्यम गति में खोल टक्कर की ऊर्जा का एक-तिहाई ही ले पाता है।
ऐसे करता है सिर की रक्षा
निचले बल पर पत्थर या बाहर निकली डंडी जैसी सख्त वस्तुएँ सिर की हड्डी को तोड़ सकती हैं। हेलमेट का खोल ऐसी टक्कर में बल को बाँट देता है जिससे इन वस्तुओं का हेलमेट में घुसने का खतरा खत्म हो जाता है।
हेलमेट सड़क पर फिसलने से रोकता है
सख्त और गोलाकार आकार का खोल होने के कारण बिना अत्यधिक बल के हेलमेट सड़क की सतह पर फिसल सकता है। पूरे चेहरे वाला हेलमेट चेहरे और जबड़े की रक्षा करता है। हेलमेट में ठुड्डी पर रुकने वाले पट्टे पर सख्त फोम होता है। ठुड्डी पर सीधे धक्के की स्थिति से यह फोम रोक लेता है। चेहरे की हड्डियाँ टूटने से और सिर व कनपटी पर चोट लगने से भी बचाता है।
हेलमेट का फोम लाइनर
यह पॉलीस्टाइरीन दानों की या पॉलीयूथेरीन फोम की ढलाई से बनता है। सिर से दूरी प्रदान करती है। टक्कर कि स्थिति में फोम 90 फीसदी तक दब जाती है, हालांकि बाद में यह आंशिक रूप से उभर जाती है। लेकिन इससे रुकने की दूरी बढऩे में सहायता मिलती है। इससे सिर पर धक्का कम बल से लगता है। यह जितना संभव हो सकता है उतना सिर को बचाता है। हेलमेट जितना संभव हो, उतना कस कर बांधना चाहिए।
आइजी करेंगे जागरूक
सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत चल रहे दैनिक जागरण के अभियान सुरक्षित आप, सुरक्षित समाज में आइजी रमित शर्मा भी आज साझीदार होंगे। आइएफटीमए में आयोजित एनसीसी कैडेट के जागरूकता कार्यक्रम को मुख्य अतिथि आइजी रमित शर्मा संबोधित करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन शाम चार बजे से होगा।
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