गायत्री मंत्र के साथ अंग्रेजी में कलमा पढ़ते मदरसे के छात्र
मदरसा मौलाना मोहम्मद अली जौहर मदरसे के छात्र- छात्राएं अरबी उर्दू के साथ अंग्रेजी में कलमा पढ़ते है। नर्सरी से लेकर कक्षा पांचवी तक के सभी छात्र- छात्राएं पहले अरबी उर्दू में और फिर अंग्रेजी में कलमा पढ़कर सुनाते है। इसके साथ ही मदरसे में गरीब व अनाथ बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है। इतना ही नहीं ऐसे बच्चों के लिए ड्रेस व किताबें भी मदरसा कमेटी निशुल्क उपलब्ध कराती है। इस मदरसे का हर बच्चा सामान्य ज्ञान के सवालों का कुछ सैकेंडो में ही उत्तर दे देता है। गोवंशीय पशुओं का कटान न करने के लिए इस मदरसे से आवाज उठती रही है।
मुरादाबाद (अंकित गोस्वामी) : मदरसा मौलाना मुहम्मद अली जौहर मदरसे के छात्र-छात्राएं अरबी उर्दू के साथ अंग्रेजी में भी कलमा पढ़ते है। नर्सरी से लेकर कक्षा पांचवी तक के सभी छात्र पहले अरबी उर्दू में और फिर अंग्रेजी में कलमा सुनाते हैं। इसके साथ ही मदरसे में गरीब और अनाथ बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा दी जाती है। इतना ही नहीं ऐसे बच्चों के लिए ड्रेस और किताबें भी मदरसा कमेटी उपलब्ध कराती है। सुबह छात्र प्रार्थना के दौरान गायत्री मंत्र, कलमा व राष्ट्रगान गाते हैं। गोवंशीय पशुओं का कटान न करने के लिए भी इस मदरसे से आवाज उठती रही है।
सम्भल जिले में मदरसा
-सम्भल से महज कुछ ही दूर पर स्थित गांव मऊभूड़ में मौलाना मुहम्मद अली जौहर मदरसे में छात्रों को हर विषय का ज्ञान दिया जाता है। उर्दू अरबी के अलावा इस मदरसे के बच्चे अंग्रेजी में कलमा पढ़कर सुनाते है। एक दो नहीं बल्कि सभी छह कलमे बच्चों को पूरी तरह से याद हैं। अंग्रेजी में कलमा पढ़ने का उद्देश्य यह है कि मदरसे के बच्चे विद्वान बने। उनको हर भाषा का ज्ञान हो और वह कुरान शरीफ को दुनिया के सभी भाषाओं के बोलने वाले लोगों को अंग्रेजी सहित उनकी भाषा में प्रमुखता से समझा सकें। जिससे कुरान शरीफ की विशेषता का लोगों को भी ज्ञान हो सके। इसके साथ ही मदरसे में गरीब व अनाथ बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा दी जा रही है। इतना ही नहीं इन्हें मदरसा कमेटी ड्रेस, किताबें भी मुफ्त में उपलब्ध कराती है। नर्सरी से लेकर कक्षा पांचवी तक का हर बच्चा सामान्य ज्ञान के प्रश्नों का महज तीन से पांच सेकेंड में उत्तर दे देता है। मैं मदरसे में रोज पढ़ने के लिए आती हूं। मुझे अरबी, उर्दू और अंग्रेजी में छह कलमे याद हैं। महज पांच मिनट में उन्हें सुना देती हूं। गायत्री मंत्र भी हम बच्चे बोलते हैं। हमें मदरसे में हर भाषा का ज्ञान मिल रहा है।
असरा खान, छात्रा दो साल से मैं मदरसे में तालीम लेने के लिए आ रहा हूं। अंग्रेजी में कलमा पढ़ना यहां आकर मुझे सीखने को मिला है। मदरसे में राष्ट्रभक्ति के लिए भी हमें प्रेरित किया जाता है।
मुहम्मद असद मेरे मदरसे का हर बच्चा उर्दू, अरबी व अंग्रेजी में कलमा पढ़ता है। कोई गरीब शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए उन्हें मुफ्त शिक्षा दी जा रही है। हम चाहते हैं कि मदरसे का हर बच्चा राष्ट्र की मुख्य धारा से जुड़े।
- फिरोज खान, मदरसा संचालक मैं मदरसे में ¨हदी व अंग्रेजी पढ़ाती हूं। गायत्री मंत्र के साथ ही वह कलमा भी पढ़ते हैं। गरीब बच्चों को हम निश्शुल्क शिक्षा दे रहे हैं।
- वैशाली शर्मा, शिक्षिका