CAA Protest : मुरादाबाद मंडल में चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात Moradabad News
शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बहुत सख्त रही। फिलहाल मंडल में शांति है। पुलिस अधिकारी लगातार दौरे पर रहे।
मुरादाबाद, जेएनएन। नागरिकता संसोधन कानून के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर मुरादाबाद मंडल मं इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल और अमरोहा में भारी पुलिस बल तैनात है। मस्जिदों के पास सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है। अधिकारी दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं।
जुमे की नमाज के चलते मुरादाबाद मंडल को हाईअलर्ट पर रखा गया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के अलावा पुलिस के साथ पीएसी एवं पैरामिलिट्री फोर्स मोर्चा संभाले है। शुक्रवार की सुबह से ही मस्जिदों की ओर से जाने वाले सभी रास्तों पर फोर्स तैनात कर दी गई थी।
इन जिलों में हुई थी हिंसा
सीएए के खिलाफ उग्र विरोध-प्रदर्शन के दौरान मुरादाबाद मंडल के बिजनौर, अमरोहा और सम्भल के बाद रामपुर में भी ङ्क्षहसा हुई। हालांकि, फिलहाल सभी जिलों में शांति है। मुरादाबाद में पिछले जुमे को सड़कों पर प्रदर्शनकारियों की भीड़ उमड़ गई थी। लेकिन, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के संयम बरते जाने की वजह से मुरादाबाद ने पूरे देश में अपनी अलग पहचान बनाई। कोतवाली, मंडी चौक, गलशहीद से होकर मुगलपुरा, इंद्रा चौक, डबल फाटक, गुरहट्टी, सर्राफा बाजार, बुध बाजार आदि क्षेत्रों में फ्लैग मार्च हुआ। चौराहों पर जगह-जगह पुलिस तैनात है।
मेरठ से हो रही सोशल मीडिया की निगरानी
मेरठ के डीआइजी दफ्तर में सोशल मीडिया लैब बनी है। देश की इस दूसरी सोशल मीडिया लैब की स्थापना मुरादाबाद मंडल के आइजी रमित शर्मा ने ही वहां डीआइजी रहने के दौरान कराई थी। यही लैब डिजिटल वालंटियर्स के जरिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों पर नजर रख रही है। लैब के जरिए यह व्यवस्था है कि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर यदि विवादित पोस्ट डालता है तो उसके नंबर पर सीधे वहां तैनात स्टाफ फोन भी करता है। फोन करने पर भी यदि पोस्ट नहीं हटती को लैब से मैसेज देकर हटवा दी जाती है। इसके अलावा लैब में तैनात स्टाफ आपत्तिजनक पोस्ट डालने के बारे में संबंधित जिले के अधिकारियों को बताकर कार्रवाई भी करा रहे हैैं। मुरादाबाद मंडल में 14,958 डिजिटल वालेंटियर्स सोशल मीडिया पर नजर रखे हैैं। मुरादाबाद 3,551, रामपुर में 3,355, सम्भल में 1,500, बिजनौर में 3,815 और अमरोहा में 1897 डिजिटल वालेंटियर्स सोशल मीडिया की पल-पल की जानकारी अफसरों तक पहुंचा रहे हैैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि पर किसी ने भी अफवाह फैलाने की कोशिश की तो उसका जेल जाना तय है।