किसानों पर खुफिया एजेंसियों की है नजर, मुरादाबाद इलाके के काफी किसान आंदोलन में है सक्रिय
भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसानों पर खुफिया विभाग की क़ड़ी निगरानी है। मुरादाबाद मंडल के सम्भल तहसील के अलावा चन्दौसी और बिलारी क्षेत्र में भाकियू से जुड़े काफी किसान हैं। इसी तरह छजलैट इलाके में भी काफी किसान भारतीय किसान यूनियन से जुुड़े हुए हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसानों पर खुफिया विभाग की क़ड़ी निगरानी है। मुरादाबाद मंडल के सम्भल तहसील के अलावा चन्दौसी और बिलारी क्षेत्र में भाकियू से जुड़े काफी किसान हैं। इसी तरह छजलैट इलाके में भी काफी किसान भारतीय किसान यूनियन से जुुड़े हुए हैं। दिल्ली में चल रहे आंदोलन में समर्थन करने वाले किसानों पर खुफिया एजेंसियां नजर रख रही हैं।
दिल्ली के गाजीपुर बार्डर पर मुरादाबाद के किसानों की संख्या काफी है। छजलैट ब्लॉक के सबसे अधिक किसान गाजीपुर बार्डर पर आंदोलन में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेश टिकैत के खड़े नजर आ रहे हैं। कई प्रांतीय नेता तो नरेश टिकैत के साथ महापंचायतों में शामिल होने भी जाते हैं। भाकियू के मंडल अध्यक्ष महेंद्र सिंह रंधावा का कहना है कि किसान आंदोलन को सफलता मिलेगी। इसके लिए किसानों को एकजुट किया जा रहा है। चाहें कुछ हो जाए। तीनों कृषि कानूनों को वापस हुए बिना किसान वापस नहीं लौटने वाले हैं। भाकियू के प्रांतीय महामंत्री डॉ. नौसिंह का कहना है कि प्रशासन ने किसानों के पीछे खुफिया एजेंसियां लगा दी हैं। हमारे आसपास के लोगों से जाकर जानकारी ली जा रही है। यह पता किया जा रहा है कि हमारा घर आना-जाना कहां कहां है। कितने दिन दिल्ली के बार्डर पर रहते हैं। पुलिस भी किसानों को डराने का काम कर रही है। लेकिन, इससे कुछ होने वाला नहीं है। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करने वाले किसानों के हौसले बुलंद हैं। सरकार चाहें कितने जतन कर ले। हम कानून वापसी के बगैर घर लौटने वाले नहीं हैं।