Indian Railways : किस जगह पर कमजोर है रेलवे लाइन, पता लगाना हुआ आसान, ओएमएस कार से हो रही जांच
Railway Oscillation Management System [OMS ] मशीन कंपन्न उत्पन्न कर रेलवे लाइन कहां कमजोर है इसका पता लगा लेगी। मंडल में ऑसीलेशन मैनेजमेंट सिस्टम (ओएमएस) कार से मुरादाबाद रेल मंडल के लाइनों की जांच शुरू हो गई है। मंडल के मुख्य रेल मार्ग को मजबूत होना पाया गया है।
मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। Railway Oscillation Management System [OMS ] : मशीन कंपन्न उत्पन्न कर रेलवे लाइन कहां कमजोर है, इसका पता लगा लेगी। मंडल में ऑसीलेशन मैनेजमेंट सिस्टम (ओएमएस) कार से मुरादाबाद रेल मंडल के लाइनों की जांच शुरू हो गई है। जांच में मंडल के मुख्य रेल मार्ग को मजबूत होना पाया गया है।
रेलवे ने सुरक्षित ट्रेनों का संचालन करने के लिए रेलवे लाइन की निगरानी बढ़ा दी है। जिस जगह पुरानी और जर्जर रेललाइन है, वहां तेजी से इन्हें बदलने का काम किया जा रहा है। पुराने रेलवे लाइन के स्थान पर 160 किलोमीटर प्रतिघंटा से ट्रेन को चलाने वाली रेलवे लाइन डाली जा रही है। स्लीपर बदले जा रहे हैं। मुरादाबाद रेल मंडल के सहारनपुर से लखनऊ के बीच अधिकांश रेललाइन बदली जा चुकी है, जिससे ट्रेनों की औसत गति 30 से बढ़कर 50 किलोमीटर प्रतिघंटा हो गई है। रेलवे लाइन के निर्माण के समय अंदर हवा रह जाने से लाइन के कमजोर होने का खतरा रहता है। इसके अलावा रेलवे लाइन पर लगातार ट्रेनों के चलने, रेलवे लाइन को झटका लगने से लाइन कमजोर हो जाता है। यह दिखायी नहीं देता है, ऊपर से देखने के कुछ पता नहीं चलता है। कमजोर स्थान पर लाइन टूट जाती है। इससे ट्रेन दुर्घटनाएं होने की संभावना होती है। रेलवे लाइन टूटने से पहले पता लगाने के लिए ओएमएस कार से जांच करनी शुरू कर दी गई है। यह कार कंपन्न के आधार पर रेललाइन कहां कमजोर है, इसके बारे में पता लगा लेती है। सिस्टम से मिली जानकारी के आधार पर कमजोर लाइन को बदल दिया जाता है। ओएमएस कार से मंडल की रेल लाइन की जांच शुरू कर दी गई है। मंडल में नई रेललाइन होने से सौ किलोमीटर की जांच में एक स्थान पर ही कमजोर लाइन होने की जानकारी मिल रही है। जिस मंडल में पुरानी रेल लाइन है, वहां दस से अधिक स्थानों पर कमजोर लाइन मिलता है। मुरादाबाद रेल मंडल में लाइन की स्थिति अच्छी है। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि ओएमएस कार से रेलवे लाइन की जांच की जा रही है। मंडल में नई रेलवे लाइन डाली गई है, इसलिए रेललाइन की स्थिति मजबूत है। मुख्य रेल मार्ग की अधिकांश लाइन बदली जा चुकी है। ट्रेनों की औसत गति बढ़कर 50 किलो मीटर प्रतिघंटा हो गया है।
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