Indian Railways : मुरादाबाद-चन्दौसी रेलवे लाइन का होगा दोहरीकरण, यार्ड भी हो जाएगा आधुनिक
दिल्ली व सहारनपुर की ओर से आने वाले यार्ड में भी सुधार किया जाएगा। इसके बाद इस मार्ग से आने व जाने वाली ट्रेनें भी आउटर पर बिना रुक चल सकेंगी। इससे रेल यात्रियों को भी काफी सहूलियत मिलेगी।
मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। मुरादाबाद-चन्दौसी रेलवे लाइन के दोहरीकरण के साथ ही मुरादाबाद यार्ड भी आधुनिक हो जाएगा। इससे मुरादाबाद स्टेशन पर एक साथ पांच ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा। इसके बाद आउटर पर ट्रेनों को घंटों नहीं रुकना पड़ेगा।
मुरादाबाद स्टेशन पर पांच ओर से रेलवे लाइन आती आती हैंं। यहां सात प्लेटफार्म हैंं। मुरादाबाद स्टेशन का यार्ड काफी पुराना है। यहां एक साथ दो ट्रेनों को चलाया जा सकता है। प्लेटफार्म खाली होने के बाद भी आउटर पर घंटों ट्रेनें खड़ी रहती हैंं। इससे राइट टाइम चलने वाली ट्रेन भी एक घंटे तक लेट हो जाती है। मंडल रेल प्रशासन ने तीन साल पहले यार्ड के सुधार करने व आधुनिक बनाने का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा था। इसमें 120 करोड़ रुपये खर्च होने की अनुमान था। यार्ड के सुधार हो जाने के बाद एक साथ पांच ट्रेनें प्लेटफार्म पर आ सकती हैंं और जा सकती है। इसके अलावा अधिक से अधिक मालगाड़ी चलाने का रास्ता भी मिल जाएगा।
बजट की घोषणा के बाद रेलवे ने पिंक बुक जारी किया है। इसमें मुरादाबाद-चन्दौसी-अलीगढ़ रेलवे लाइन के दोहरीकरण के लिए बजट स्वीकृत किया गया है। इसमें मुुरादाबाद यार्ड के सुधार और मुरादाबाद से चन्दौसी तक दोहरीकरण के लिए 440 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। मुरादाबाद से मछरिया स्टेशन की दोहरीकरण काम शुरू होते ही गोविंदनगर से मुरादाबाद यार्ड तक एक और नई रेलवे लाइन डाली जाएगी। इसके बाद रामपुर, चन्दौसी, काशीपुर की ओर आने व जाने वाली ट्रेन बाधा रहित चलने लगेंगी। इसके साथ दिल्ली व सहारनपुर की ओर से आने वाले यार्ड में भी सुधार किया जाएगा। इसके बाद इस मार्ग से आने व जाने वाली ट्रेनें भी आउटर पर बिना रुक चल सकेंगी। आउटर पर ट्रेन खड़ी नहीं होने से मालगाड़ी को मुरादाबाद स्टेशन से गुजरने का आसानी से रास्ता मिला जाएगा। इस व्यवस्था के बाद घोषणा होते ही पांच मिनट में ट्रेन प्लेटफार्म पर पहुंच जाएगी। सामान्य दिनों में मुरादाबाद से प्रतिदिन 130 जोड़ी ट्रेनें व और 150 मालगाड़ी चलती हैंं।
मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि मुरादाबाद स्टेशन यार्ड काफी पुराना है, जिसके कारण एक साथ सभी ओर से ट्रेन चलाने में परेशानी होती है। मुरादाबाद-चन्दौसी दोहरीकरण के लिए मिले फंड में मुरादाबाद यार्ड के सुधार के लिए फंड आवंटित किया गया है। यार्ड का सुधार होने के बाद ट्रेन संचालन आसान हो जाएगा।