रेलवे में लौटी पुरानी व्यवस्था, ट्रेनों के एसी कोच में फिर से मिलेंगे कंबल और चादर
Indian Railway News ठीक दो साल बाद ट्रेनों के एसी कोच के यात्रियों को फिर से कंबल व चादर मिलना शुरू हो जाएगा। कोरोना के चलते दस मार्च 2020 से ट्रेनों के एसी कोच से पर्दे हटाने के साथ यात्रियों को कंबल चादर तकिया देना बंद कर दिया था।
मुरादाबाद, जेएनएन। Indian Railway News : ठीक दो साल बाद ट्रेनों के एसी कोच के यात्रियों को फिर से कंबल व चादर मिलना शुरू हो जाएगा। रेलवे बोर्ड ने एसी कोच में पहले की तरह पर्दा लगाने के भी आदेश दिए हैं। दरअसल, देश में कोरोना के चलते दस मार्च 2020 से ट्रेनों के एसी कोच से पर्दे हटाने के साथ यात्रियों को कंबल, चादर, तकिया देना बंद कर दिया था। अब कोरोना संक्रमण कम हो चुका है। रेलवे ने सभी एक्सप्रेस ट्रेनों को पहले की तरह चलाना शुरू कर दिया है। एक्सप्रेस ट्रेनों के जनरल कोच में भी जनरल टिकट लेकर सफर करने की अनुमित दे दी है।
जोनल रेलवे ने किस तारीख से किस ट्रेन में जरनल टिकट से सफर करने की सुविधा उपलब्ध होगी, इसकी सूची भी जारी कर दी है। रेलवे बोर्ड ने गुरुवार को एसी कोच में कंबल व चादर करने का भी आदेश जारी कर दिया है। रेलवे बोर्ड के निदेशक पैसेंजर वाणिज्य विपुल सिंघला ने 10 मार्च 20 के शाम को पत्र सभी जोनल रेलवे के महाप्रबंधकों को पत्र भेजा है। जिसमें कहा कि कोरोना के पहले की तरह एसी कोच में पर्दा लगाने, यात्रियों को कंबल, चादर, तकिया देने का आदेश है।
जिस जोनल व कंबल चादर बचे हुए हैं, उनकी तत्काल धुलाई करने के बाद यात्रियों को देने की व्यवस्था की जाए। मुरादाबाद मंडल से सौ से अधिक ट्रेनें चलती है, लेकिन 20 ट्रेनों में कंबल, चादर व तकिया दिया जाता है। शेष ट्रेनों में अन्य मंडल व जोन द्वारा कंबल, चादर व तकिया दिया जाता है। बोर्ड के पत्र जारी होते ही मुरादाबाद रेल मंडल के यांत्रिक विभाग ने चादर, कंबल व तकिया उपलब्ध करने की तैयारी शुरू कर दी है।