मुरादाबाद में सवा दो घंटे तक इलाज के लिए स्ट्रेचर पर तड़पता रहा बुजुर्ग
हंगामा और तोड़फोड़ का खामियाजा इमरजेंसी में दूसरे मरीजों को भुगतना पड़ा। जिला अस्पताल में एक ऐसा ही मामला सामने आया। इससे मरीज को इलाज मिलने में देरी हुई। रोजाना ही ऐसे हालात अस्पताल में बने रहतेे हैं।
मुरादाबाद। हंगामा और तोड़फोड़ का खामियाजा इमरजेंसी में दूसरे मरीजों को भुगतना पड़ा। जिला अस्पताल में एक ऐसा ही मामला सामने आया। इससे मरीज को इलाज मिलने में देरी हुई।
लाइनपार चाऊ की बस्ती के रहने वाले 60 वर्षीय ठाकुरदास अस्थमा के मरीज हैं। उन्हें सांस लेने में परेशानी हुई तो बेटा राजेंद्र उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल ले आया। स्ट्रेचर पर इमरजेंसी कक्ष के बाहर पहुंचे तो हंगामा शुरू हो गया। इससे अस्पताल में अफरातफरी मच गई। बेटा भी अपने पिता की स्ट्रेचर लेकर इधर-उधर भटकता रहा। हालात सामान्य हुए तो इमरजेंसी कक्ष में डॉक्टर ने उनका परीक्षण कर इलाज शुरू किया। बेटे राजेंद्र ने बताया कि सवा दो घंटे तक दिक्कत का सामना करना पड़ा। पिता को कोरोना संक्रमितों से बचाने का प्रयास किया जाता रहा। ऐसे हालात में क्या करें। लोगों को भी समझना चाहिए कि तोड़फोड़ करने से दूसरे मरीजों को परेशानी होगी।