Illegal mining in Rampur : कोसी नदी में अवैध खनन में बड़े अधिकारी की खुल गई पोल
Illegal mining in Rampur रामपुर में कोसी नदी में खनन का सिलसिला जारी है। पुलिस की ओर से की जा रही छापेमारी में भी खेल करने का मामला सामने आया है।
रामपुर (मुस्लेमीन)। कोसी नदी में अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसे रोकने के लिए एक अधिकारी रोज ही छापेमारी कर रहे हैं। आखिर इतनी छापेमारी के बाद भी खनन रुक क्यों नहीं पा रहा है। इसे लेकर सब हैरान हैं। तीन दिन पहले जिले के आला अफसरों ने अवैध खनन रोकने के सिलसिले में बैठक बुलाई, तब छापेमारी करने वाले साहब वर्दी वालों पर उंगली उठाने लगे। इसपर वर्दी वाले अफसर भी सामने आ गए। चंद रोज पहले नए वर्दी वाले अफसर की क्षेत्र में तैनाती हुई है। उनसे वर्दी वालों का अपमान बर्दाश्त नहीं हुआ। उन्होंने छापेमारी करने वाले साहब की ही पोल पट्टी खोल दी। बड़े साहब ने भी उनकी बात को सही ठहराया और छापेमारी करने वाले साहब को जमकर हड़काया। पता लगा कि खनन के धंधे में शामिल कुछ लोगों से साहब के अच्छे मामलात हैं। उनके इशारे पर ही साहब कार्रवाई करते हैं।
बदल गई मैडम की चाल
कोरोना काल में मैडम की चाल बदल गई। पहले कहीं जाने के लिए तैयार होने में घंटों लगा देती थीं लेकिन, जब से कोरोना काल शुरू हुआ है तब से चेहरे से फैशन ही गायब हो गया है। अब तैयार होने के बजाय चेहरे पर मास्क लगाकर ही निकल आती हैं। मास्क की वजह से चेहरे को चमकाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। हालांकि अब पार्टी नहीं हो रही हैं। लेकिन, लाकडाउन हटते ही मैडम बाजार जाने लगी हैं। सरकार ने ब्यूटी पार्लर खोलने पर भी पाबंदी लगा रखी है। इस कारण मैडम ब्यूटी पार्लर भी नहीं जा पा रही हैं। हालांकि स्कूल बंद होने के कारण बच्चों ने घर में उछल कूद मचा रखी है। इनकी शरारतों से मम्मी परेशान हैं। पहले बच्चे स्कूल चले जाते थे तो वे आराम से टीवी सीरियल देख लेती थी लेकिन, अब टीवी के रिमोट पर बच्चों ने कब्जा कर रखा है।
कांग्रेसियों के चेहरे चमके
लंबे समय बाद कांग्रेसियों के चेहरे पर चमक नजर आयी है। दरअसल, उनके प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को जेल से आजादी मिल गई है। उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके लिए कांग्रेसियों ने आंदोलन शुरू कर दिया था। जिले के कांग्रेसियों ने भी धरना प्रदर्शन करने के साथ ही उनके नाम पर लल्लू रसोई शुरू कर दी। कई दिन तक इस रसोई से गरीबों को खाना बांटा गया। कांग्रेसी कह रहे थे कि जब तक प्रदेश अध्यक्ष की रिहाई नहीं होगी तब तक उनके कार्यक्रम जारी रहेंगे। लल्लू रसोई भी चलती रहेगी और प्रदर्शन भी होते रहेंगे। इसी बीच अदालत से लल्लू साहब की जमानत मंजूर हो गई। कांग्रेसी इससे बड़े खुश हैं। जमानत कोर्ट ने मंजूर की है। लेकिन वे लोगों को समझा रहे हैं कि उनके आंदोलन की वजह से रिहाई हुई है। कांग्रेसी कह रहे हैं कि यह गरीबों, कमजोरों और कांग्रेसियों की जीत है।
अस्पतालों पर कसा गया शिकंजा
कोरोना काल में फर्जी अस्पतालों पर भी शिकंजा कस गया है। तीन माह के दौरान दर्जनभर अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। चार अस्पतालों में बड़ी खामियां मिलने पर उन्हे सील कर दिया गया। एक अस्पताल में तो अंट्रेंड द्वारा ही अल्ट्रासाउंड किया जा रहा था। उसे भी सील किया गया। इससे अस्पताल वालों में हड़कंप है। शहर में सिटी मजिस्ट्रेट लगातार अस्पतालों का निरीक्षण कर रहे हैं। साथ ही गड़बड़ी मिलने पर सख्त कार्रवाई कर रहे हैं। डॉक्टरों और स्टाफ की जांच के साथ ही अस्पतालों के भवन की भी जांच की जा रही है। देखा जा रहा है कि उनका नक्शा आरडीए द्वारा पास किया गया है या नहीं। अगर पास है तो उसका निर्माण नक्शे के मुताबिक हुआ है या इसके विपरीत। नक्शे में गड़बड़ी पर एक अस्पताल को सील कर दिया गया है। अब अस्पताल संचालक भवनों के नक्शे भी ठीक कराने में लगे हैं।