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यूपी के अमरोहा में बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शक के दायरे में, जानिए क्‍या है वजह

Illegal electrification in Amroha अमरोहा में बिजली विभाग का अनोखा कारनामा सामने आया है। किसानों ने ट्यूबेल के लिए अवैध बिजली लाइन खिंचवा दी। तार के साथ ट्रांसफार्मर भी रखवा दिया।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 09:10 AM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 09:10 AM (IST)
यूपी के अमरोहा में बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शक के दायरे में, जानिए क्‍या है वजह
यूपी के अमरोहा में बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शक के दायरे में, जानिए क्‍या है वजह

अमरोहा, जेएनएन। कोठी खिदमतपुर बिजली घर से जुड़े रामपुर सफेद गांव के किसानों द्वारा अवैध विद्युतीकरण के मामले में बिजली कर्मचारी व अधिकारी भी शक केदायरे में हैं। उनकी मिलीभगत की भी जांच होगी। इसके अलावा करीब पांच लाख का बिजली तार किसने उपलब्ध कराया इसका भी पता लगाया जाएगा।

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रामपुर सफेद गांव के रहने वाले किसानों ने अपने-अपने नलकूप के लिए बिजली की हाईटेंशन लाइन अवैध तरीके से खींची थी। इसके अलावा उस पर जोड़ लगाकर 65 केवी का ट्रांसफार्मर भी अवैध तरीके से रख दिया। इसका खुलासा तब हुआ था जब विजिलेंस टीम जांच को गांव पहुंची थी। इस लाइन की जांच कराने के लिए विजिलेंस टीम के जेई संतोष कुमार ने एक्सईएन को पत्र लिखा। एक्सईएन ने एसडीओ को मामले की जांच सौंपी। मौके पर पहुंचकर एसडीओ ने जांच की और लाइन को अवैध पाया। संबंधित जेई को किसानों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

किसानों को लाखों का बिजली तार और ट्रांसफार्मर किसने उपलब्ध कराया और किसने बिजली की लाइन खींची। यह सवाल जांच का बिंदु रहेगा। अधिकारी व कर्मचारियों की कार्यप्रणाली भी शक के दायरे में आ गई है। जेई को थाने में तहरीर देने के लिए कहा गया है। तार कहां से आया और किसने लाइन की थी। इसका भी पता लगाया जा रहा है। किसानों द्वारा खींची गई लाइन पूरी तरह अवैध है।

त्रिभुवन कुमार, जांच अधिकारी।

संविदा कॢमयों ने वसूली के खिलाफ किया प्रदर्शन

बिजली विभाग के संविदा कर्मचारियों ने ठेकेदार पर मानदेय देने की आड़ में वसूली करने का आरोप लगाते हुए बिजलीघर पर विरोध प्रदर्शन किया। संविदा कर्मचारी बिजलीघर पर एकत्र हुए। आरोप लगाते हुए कहा कि संविदा कर्मचारियों का ठेका अमरोहा की आरएसएम कंपनी पर है। ठेकेदार संविदा कर्मचारियों का शोषण कर रहा है। पहले मानदेय देने की आड़ में अवैध वसूली हर कर्मचारी से की जा रही थी। इसे अब दोगुना कर मांगा जा रहा है। ऐसा नहीं करने पर कर्मचारी को हटाने का मानसिक दबाव बनाया जा रहा है। कोरोना संक्रमण केचलते आॢथक तंगी से जूझना पड़ रहा है। प्रदर्शन में हुकम सिंह, रोहित कुमार, रज्जाक, सर्वेश कुमार आदि मौजूद थे। उधर बिजली विभाग के एसडीओ नरेश कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। शिकायत मिलती है तो वह आवश्यक कार्रवाई करेंगे। बाद में कर्मचारियों ने दबाव बनाकर मानसिक शोषण करने की शिकायत जिलाधिकारी उमेश मिश्र को पत्र भेजकर की है।

बिजली विभाग के बाबू पर भी लगे हैं गंभीर आरोप

बिजली विभाग के दफ्तरों में तैनात बाबू पर भी गंभीर आरोप लगे हैं। कुछ दिन पहले व्यापारियों ने एक्सईएन से मुलाकात के दौरान बाबू पर अवैध वसूली करने, गलत तरीके से बिल बनाने के आरोप लगाए थे। साथ ही उनकी वीडियो पास में होने की बात भी कही थी। हालांकि व्यापारी नेताओं ने इस मामले को एमडी के सामने रखने की बात कही थी।


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