जानिये क्यों मुरादाबाद के आइजी और एसएसपी पूरी रात मूंढापांडे टोल प्लाजा पर डटे रहे
सोमवार देर रात प्रशासनिक अमले को भनक लगी कि बरेली-मुरादाबाद-नेशनल हाईवे से होकर हजारों किसान दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहा है। रात के अंधेरे में किसानों की भारी संख्या दिल्ली की ओर बढ़ने की आशंका से प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया।
मुरादाबाद, जेएनएन। आंदोलन को धार देने की कवायद में दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहे किसानों की निगरानी बढ़ा दी गई है। सोमवार को पूरी रात मुरादाबाद के आईजी रमित शर्मा और एसएसपी प्रभाकर चौधरी उन किसानों की निगरानी करने में जुटे रहे, जो बरेली और रामपुर से होकर दिल्ली जाने की योजना बना रहे हैं। रात 12 बजे से लेकर सुबह छह बजे के बीच सैकड़ों किसान मूंढापांडे टोल प्लाजा से वापस लौटाए गए।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार देर रात प्रशासनिक अमले को भनक लगी कि बरेली-मुरादाबाद-नेशनल हाईवे से होकर हजारों किसान दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहा है। रात के अंधेरे में किसानों की भारी संख्या दिल्ली की ओर बढ़ने की आशंका से प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया। मुरादाबाद क्षेत्र के आइजी रमित शर्मा और एसएसपी मुरादाबाद प्रभाकर चौधरी रात 12 बजे दलबल के साथ मूंढापांडे टोल प्लाजा के लिए रवाना हुए। पुलिस के दोनों उच्चाधिकारियों ने मूंढापांडे टोल पर डेरा डाल दिया। मूंढापांडे थाना प्रभारी नवाब सिंह ने उच्चाधिकारियों के निर्देशन में वाहनों की सघन जांच व तलाशी शुरू कराई। इस बीच पुलिस की नजर उन वाहनों पर गड़ी रही जो रामपुर बरेली की तरफ से आ रहे थे। वाहन चालकों व यात्रियों को रोककर पुलिस उनके गंतव्य स्थल वह यात्रा के कारण से संबंधित सवाल पूछती रही। संदेह के आधार पर सैकड़ों यात्रियों को रोक कर पुलिस ने पूछताछ की। इनमें कुछ ऐसे यात्री भी शामिल रहे जिनको आगे बढ़ने से पुलिस ने रोक दिया। टोल प्लाजा पर पुलिस के अकस्मात वाहन चेकिंग अभियान से घंटों अफरा-तफरी का माहौल रहा। वाहनों की भारी कतार मूंढापांडे टोल प्लाजा पर लगी रही। पुलिस के उच्चाधिकारी इस बात का खास ख्याल रखते रहे की आंख में धूल झोंक कर कोई भी किसान दिल्ली की ओर आगे ना बढ़ सके। यही वजह रही मूंढापांडे थाना प्रभारी समेत दर्जनों पुलिसकर्मियों के होने के बाद भी पुलिस के उच्चाधिकारी वाहन चेकिंग अभियान पर खुद नजर गड़ा कर बैठे रहे। वाहन चेकिंग अभियान मंगलवार को सुबह छह बजे तक चला। इसके बाद पुलिस के दोनों उच्चाधिकारी वापस मुरादाबाद लौट आए। वाहन चेकिंग अभियान के बाबत एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि कुछ लोगों को संदेह के आधार पर मूंढापांडे टोल से वापस लौटाया गया। वाहन चेकिंग अभियान शासन के आदेश पर चलाया गया।