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नोटों के बंडल लेकर चल रहे हैं तो साथ में रखें उसका पक्का हिसाब, रुपये के बारे में जानकारी नहीं दे पाने पर जानिये पुलिस क्या कार्रवाई करेगी

नोटों के बंडल लेकर चलने के यदि आप भी शौकीन हैं तो सजग हो जाएं। रुपये के बाबत पक्का हिसाब यदि आप के पास नहीं होगा तो ये रुपये आयकर विभाग के खाते मेें जमा हो जाएंगे। रुपये के बाबत पूरी सूचना मिलने के बाद ही धन अवमुक्त हो सकेगा।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 04:30 PM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 04:30 PM (IST)
नोटों के बंडल लेकर चल रहे हैं तो साथ में रखें उसका पक्का हिसाब, रुपये के बारे में जानकारी नहीं दे पाने पर जानिये पुलिस क्या कार्रवाई करेगी
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव व कोरोना संक्रमण काल में पुलिस ने कसा शिकंजा।

मुरादाबाद, जेएनएन। नोटों के बंडल लेकर चलने के यदि आप भी शौकीन हैं, तो सजग हो जाएं। रुपये के बाबत पक्का हिसाब यदि आप के पास नहीं होगा, तो ये रुपये आयकर विभाग के खाते मेें जमा हो जाएंगे। रुपये के बाबत पूरी सूचना व प्रमाण मिलने के बाद ही धन अवमुक्त हो सकेगा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में वोटरों को रिझाने के लिए रुपये बांटे जाने की संभावना के मद्देदेनजर पुलिस ने व्यापक चेकिंग अभियान शुरू किया है। इस दौरान यदि रुपये के बारे में जरूरी कागजात नहीं दिखा सके तो उन्हें जब्त कर लिया जाएगा ।

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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव व कोरोना काल के मद्देनजर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी के आदेश पर मंगलवार को सुबह छह से आठ बजे तक पूरे जिले में एक साथ वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। इसमें थानेदारों के अलावा राजपत्रित अधिकारी भी शामिल रहे।इस दरम्यान जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस ने 963 संदिग्ध वाहनों की जांच की। 1,355 लोगों को रोक कर उन्हें चेक किया। बगैर मास्क घूमने वालों से 7,1600 रुपये शमन शुल्क के रूप में वसूला। कांठ में वाहन चेकिंग के दौरान ही पुलिस ने 31,03,000 रुपये बरामद किया। रकम अमरोहा के एक कारोबारी की बताई गई। रुपये के बाबत वैध कागजात न मिलने पर पुलिस ने रकम सीज कर दी। फिर पूरी रकम आयकर विभाग को सौंप दी गई। दो माह पहले मुगलपुरा पुलिस ने भी एक कबाड़ी की स्कूटर से 11 लाख रुपये बरामद किए थे। वैध प्रपत्र न होने के कारण रकम जब्त कर ली गई थी। पुलिस के मुताबिक कबाड़ी को आयकर विभाग के सामने 40 प्रतिशत धनराशि सरेंडर करनी पड़ी। तब शेष रकम उसे दोबारा हाथ लगी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी रकम बांटे जाने की संभावना है। आदर्श आचार संहिता का अनुपालन कराने की दृष्टि से ही पुलिस वाहनों की सघन जांच कर रही है।नोडल अधिकारी एसपी ट्रैफिक अशोक कुमार ने बताया कि रुपये के बावत समुचित सूचनाएं व प्रमाण जरूरी है। अन्यथा की स्थिति में पुलिस रकम जब्त कर लेगी। 


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