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मुरादाबाद से सैकड़ों किसान दिल्ली रवाना, नारेबाजी

मुरादाबादजासं कृषि कानून के विरोध में मुरादाबाद से सैकड़ों किसान दिल्ली में होने वाले आ

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 02:33 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 02:33 AM (IST)
मुरादाबाद से सैकड़ों किसान दिल्ली रवाना, नारेबाजी
मुरादाबाद से सैकड़ों किसान दिल्ली रवाना, नारेबाजी

मुरादाबाद,जासं : कृषि कानून के विरोध में मुरादाबाद से सैकड़ों किसान दिल्ली में होने वाले आंदोलन में शामिल होने के लिए शनिवार को रवाना हुए। भारतीय किसान यूनियन के नेता कांठ के कुचावली गांव निवासी किसान नेता ऋषिपाल सिंह के घर इकट्ठे होकर कारों से दिल्ली गए। जाते समय किसानों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। उनकी मांग थी कि किसान विरोधी कृषि कानून सरकार वापस ले।

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शुक्रवार को राष्ट्रीय आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून के विरोध में दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर थाना पाकबड़ा के बागड़पुर गांव के कट के पास जाम लगा दिया था। भाकियू के प्रदेश महासचिव डॉ. नौ सिंह के नेतृत्व में करीब चार घंटे हाईवे किसानों के हवाले रहा। किसानों से पहले ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी लेकिन, बेबस खड़ी रही। किसानों के जाम लगाने पर दिल्ली और लखनऊ दोनों तरफ से आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी थी। भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी के नेतृत्व में किसानों ने प्रधानमंत्री के नाम एसीएम प्रबुद्ध सिंह और एसपी सिटी अमित कुमार आनंद को ज्ञापन सौंपने के बाद किसानों के हाईवे खाली किया था। किसानों का ट्रैक्टर-ट्राली लेकर दिल्ली जाने का इरादा था लेकिन, पता करने पर जानकारी मिली कि अब दिल्ली जाने में कोई दिक्कत नहीं है। इसके बाद किसानों ने अपनी कारों से दिल्ली जाने का फैसला लिया। भाकियू नेता ऋषिपाल सिंह ने बताया कि मुरादाबाद से करीब 500 भाकियू कार्यकर्ता दिल्ली आंदोलन में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं। इसके अलावा जिले से अन्य किसान भी आंदोलन में शामिल होने को जा रहे हैं। भाकियू के प्रदेश महासचिव डॉ. नौ सिंह का कहना है कि इस बार सरकार से आरपार की लड़ाई होनी है। किसान किसी भी हाल में बिल वापस लेने से पहले समझौता करने को तैयार नहीं हैं। कृषि कानून ही नहीं तीन अन्य अध्यादेशों को लेकर भी हमारी सरकार से लड़ाई है। गन्ना बकाया का भुगतान कराने में सरकार का रुख ठीक नहीं है। बिजली के नाम पर किसानों को सताया जा रहा है। इन सभी मुद्दों पर सरकार के बात होगी। जिलाध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि आंदोलन के दौरान उनकी मांगों को नहीं माना गया तो भाकियू का हर कार्यकर्ता दिल्ली में दिखाई देगा। दिल्ली कूच करने वाले किसानों में वरिष्ठ किसान नेता चौधरी ऋषिपाल सिंह के अलावा दीपक चौधरी, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष हरदीप सिंह, तहसील अध्यक्ष कांठ जितेंद्र बिश्नोई जीतू, वरिष्ठ तहसील उपाध्यक्ष धर्मवीर प्रधान, जिला प्रवक्ता जयवीर प्रधान, विजय पाल, कमल कुमार, नवनीत विश्नोई, राधेश्याम, यशपाल सिंह, प्रेमपाल सिंह, रनवीर जयवीर, निर्देश, हाजी इमरान, प्रेमपाल के अलावा सभी तहसील अध्यक्ष ब्लॉक अध्यक्ष आदि शामिल हैं।

ये हैं किसानों की मांगें

-कृषि कानून समेत तीनों अध्यादेशों को वापस लिया जाए

-किसानों का गन्ना बकाया ब्याज समेत दिलाएं

-किसान सम्मान निधि के लिए कैंप लगवाए जाएं

-ओटीएस योजना लागू करें और मुकदमे वापस लिये जाएं

-नलकूपों के लिए जरूरतमंद किसानों को सामान दिलाएं

-तहसील स्तर पर आधार कार्ड के लिए सेंटर खोलें

-सिचाई के लिए नहरों में पानी छुड़वाएं।


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