कैसे न कहें खुदा उनको, जीवन देने का हुनर आता है जिनको Amroha News
गजरौला के दो भाई कोरोना को मात दे पहुंचे घर सिर्फ चिकित्सक व नर्स ही लगे थे जीवन देने में। कोरोना को हराने के लिए पूरे देश के चिकित्सक जी-जान से जुटे हैं।
अमरोहा,जेएनएन। कैसे न कहें खुदा उनको, ङ्क्षजदगी देने का हुनर आता है जिनको। यह लाइनें कोरोना वायरस के खात्मा और उसकी चपेट में आए लोगों को जीवन देने में जुटे चिकित्सकों व नर्सों पर सटीक बैठ रही हैं।
अमरोहा व मुरादाबाद के आइसोलेट वार्ड में 21 दिन बिताने के बाद घर पहुंचे दोनों भाइयों ने कोरोना वायरस को मात देकर कैसा महसूस कर रहें हैं, पूछने पर बताया ङ्क्षजदगी बचाने में सबसे ज्यादा रोल चिकित्सक व नर्सों का है। 21 दिन वार्ड में भर्ती रहे। हर कोई एक-दूसरे से दूर था। चिकित्सक व नर्सें ही पास आ रहे थे। सुबह, दोपहर व शाम वार्ड में आकर हाल जानकर तनाव मुक्त करने के लिए कभी तालियां बजती थीं तो कभी हंसी-मजाक की बातें भी होती थीं। खाने में सबकुछ ठीक मिलता था।
21 दिन लगातार चिकित्सकों व नर्सों का समर्पण और ङ्क्षजदगी देने का हुनर देखा तो तब लगा कि चिकित्सकों को धरती का भगवान ठीक कहा जाता है। उस समय और भी अच्छा लगा, जब ङ्क्षजदगी की जंग जीतकर उनसे दूर हुए तो उन्होंने हाथ हिलाकर, तालियां बजाकर, खुशी भरे चेहरे से स्वस्थ रहने की कामना कर विदा किया।
नौ अप्रैल को हुई थी पुष्टि, 21 दिन आइसोलेशन वार्ड में रहे भर्ती
21 दिन आईसोलेशन वार्ड में रहने के बाद सोमवार को यहां पहुंचे दोनों भाई अभी 14 दिन घर में होम क्वारंटीन रहेंगे। खुशी में उन पर पुष्पवर्षा भी की गई।
चौपला पुलिस चौकी क्षेत्र के मुहल्ला लक्ष्मीनगर निवासी यह भाई दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज की तब्लीगी जमात में शामिल होकर 22 मार्च को घर पहुंचे थे। छह अप्रैल को दिल्ली पुलिस की सूचना पर उनकी मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर चौपला पुलिस ने उन्हें तलाश कर जिला अस्पताल में क्वारंटीन करवाया था। नौ अप्रैल को दोनों भाई कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद उन्हें मुरादाबाद के जिला अस्पताल स्थित कोविड-19 में भर्ती कराया था। 21 दिन बाद उनकी जांच कराई गई तो रिपोर्ट निगेटिव आई। सोमवार को सरकारी एंबुलेंस 108 के जिला कोर्डिनेटर दीपक ठाकुर की देखरेख में उन्हें यहां पहुंचाया गया। चौपला पुलिस चौकी पर उनके ऊपर पुष्पवर्षा की गई। प्रभारी निरीक्षक जयवीर ङ्क्षसह ने बताया कि वार्ड सदस्य हरजीत ङ्क्षसह की सुपुदर्गी में देकर दोनों भाइयों को घर पहुंचा 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन किया गया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. योगेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आने पर दोनों घर भेजे गए हैं।
मां की रिपोर्ट का इन्तजार
पॉजिटिव भाइयों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उनकी मां की रिपोर्ट की प्रतिक्षा की जा रही है। यदि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उन्हें भी घर भिजवा दिया जाएगा।