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आजम खां जेल से कैसे जीतेंगे यूपी चुनाव 2022, बेटे अब्दुल्ला आजम ने बनाया प्लान

How Azam Khan win UP Chunav from Jail सांसद आजम खां भी यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। वर्तमान मेंं वह सीतापुर जेल में बंद हैं। ऐसे में ऐसे में आजम के चुनाव प्रचार के लिए उनके बेटे अब्दुल्ला ने प्लान तैयार किया है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 01:40 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 01:40 PM (IST)
आजम खां जेल से कैसे जीतेंगे यूपी चुनाव 2022, बेटे अब्दुल्ला आजम ने बनाया प्लान
अब्दुल्ला खुद चुनाव लड़ने के साथ ही पिता के चुनाव की कमान भी संभालेंगे।

रामपुर, (मुस्लेमीन)। How Azam Khan win UP Chunav from Jail : सांसद आजम खां करीब दो साल से सीतापुर जेल में बंद हैं। लेकिन, रामपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में है। उनके बेटे अब्दुल्ला भी 23 माह बाद जेल से रिहा हुए हैं। ऐसे में आजम के चुनाव प्रचार के लिए उनके बेटे अब्दुल्ला ने प्लान तैयार किया है। वह खुद चुनाव लड़ने के साथ ही पिता के चुनाव की कमान भी संभालेंगे। अब्दुल्ला ही उनकी जगह प्रचार करेंगे।

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आजम खां समाजवादी पार्टी के फायरब्रांड नेता हैं। पार्टी का मुस्लिम चेहरा भी हैं। रामपुर की सियासत में पिछले 42 सल से उनका दबदबा कायम है। साल 1980 में पहली बार रामपुर शहर से विधायक चुने गए। इस सीट से वह नौ बार विधायक बन चुके हैं। प्रदेश में जब भी मुलायम सिंह यादव या उनके बेटे अखिलेश यादव की सरकार बनी है, तब आजम खां कई-कई विभागों के मंत्री बने। प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष भी रहे।

साल 1996 के चुनाव में वह विधानसभा चुनाव हार गए तो समाजवादी पार्टी ने उन्हें राज्यसभा सदस्य बनवा दिया। साल 2019 में वह पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़े और सांसद बन गए। इसके बाद उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया। तब उनकी पत्नी डा. तजीन फात्मा उप चुनाव लड़ीं और विधायक बन गईं। इससे पहले वह राज्यसभा सदस्य भी रहीं। साल 2017 के विधान सभा चुनाव में वह शहर से आजम खां तो उनके बेटे अब्दुल्ला स्वार-टांडा सीट से चुनाव लड़े। दोनों ही चुनाव जीत गए, लेकिन कम उम्र में चुनाव लड़ने के आरोप में अब्दुल्ला की विधायकी रद्द हो गई।

अब वह फिर स्वार से चुनाव लड़ने की तैयारी में है, जबकि उनके पिता आजम खां शहर सीट से विधायक का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। अब्दुल्ला ने जेल से बाहर आते ही अपने आवास पर अपने खास समर्थकों के साथ चुनाव को लेकर विचार विमर्श किया। चुनावी रणनीति बनाई। उन्होंने साफ संकेत दे दिए कि रामपुर शहर के चुनाव की कमान भी उनके पास ही रहेगी। अब वह आजम खां की जमानत कराने के लिए भी पैरवी करेंगे, ताकि वह जेल से शीघ्र ही बाहर आ सकें। सपा मुखिया अखिलेश यादव से भी मुलाकात करेंगे।

आजम की दो मुकदमों में जमानत बाकीः सांसद आजम खां, पत्नी तजीन फात्मा और उनके बेटे अब्दुल्ला के खिलाफ जुलाई 2019 में बड़े पैमाने पर मुकदमे दर्ज कराए गए थे। अब्दुुल्ला के 43, तजीन फात्मा के 34 और आजम खां के खिलाफ 87 मुकदमे विचाराधीन हैं। ये तीनों ही 26 फरवरी 2020 को अदालत में हाजिर हुए थे। तब अदालत ने इन्हें जेल भेज दिया था। 10 माह बाद तजीन फात्मा जमानत पर छूट गई थीं, जबकि अब्दुल्ला शनिवार को जेल से छूटे। आजम खां अब भी सीतापुर जेल में बंद हैं। उनकी दो मुकदमों में जमानत होना बाकी है।


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