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मुरादाबाद में फसलों को नुकसान पहुंचा रहे बेसहारा पशु, क‍िसान बोले-प्रशासन नहीं कर रहा कोई इंतजाम

Damage to crops by homeless animals अधिकांश खेतों में बोई गई गेहूं की फसल दिखाई देने लगी है। ग्रामीणों द्वारा छोड़े जा रहे गोवंशीय पशुओं से किसानों की फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। किसानों को अपने खेत पर रहकर रखवाली करनी पड़ रही है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 02 Dec 2021 01:22 PM (IST)Updated: Thu, 02 Dec 2021 01:22 PM (IST)
मुरादाबाद में फसलों को नुकसान पहुंचा रहे बेसहारा पशु, क‍िसान बोले-प्रशासन नहीं कर रहा कोई इंतजाम
ग्रामीण बछड़े और बूढी हो चुकी गायों को जंगल में छोड़ रहे।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Damage to crops by homeless animals : एक ओर मुख्यमंत्री ने गोवंशीय पशुओं के बेसहारा न घूमने देने के निर्देश दिए हैं। वहीं, प्रशासन की ओर से इंतजाम नहीं किए जाने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पशु नुकसान पहुंचा रहे हैं। बिलारी क्षेत्र में गेहूं की बुवाई तेजी से हो रही है। अधिकांश खेतों में बोई गई गेहूं की फसल दिखाई देने लगी है। ग्रामीणों द्वारा छोड़े जा रहे गोवंशीय पशुओं से किसानों की फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। किसानों को अपने खेत पर रहकर रखवाली करनी पड़ रही है।

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स्योंडारा क्षेत्र में ऐसे लावारिस पशुओं की संख्या अधिक है। रामपुर पट्टी के कृषक कृष्णकांत यादव का कहना है कि यदि पशु इसी प्रकार छूटते रहे तो किसानों के लिए फसलें उगाना मुश्किल हो जाएगा। प्रशासन को चाहिए बेसहारा पशुओं को गोशाला में संरक्षित किया जाए। बिलारी क्षेत्र में छोड़े जा रहे गोवंशीय पशुओं से किसानों की फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचने की आशंका बनी हुई है। कृषक मोहनलाल का कहना है कि वर्तमान में गेहूं, सरसों आदि की फसलों को बहुत हानि पहुंचा रहे हैं। गन्ना विकास परिषद के पूर्व चेयरमैन कुंवर कपिल राज यादव का कहना है कि इनके रखरखाव के लिए सरकार को प्रभावी उपाय करना चाहिए। उनका सुझाव है कि लावारिस पशुओं की संख्या के अनुरूप गोशाला बनाकर उनका संचालन किया जाए। इनका सुझाव है कि टैगिंग वाले पशु भी घूम रहे हैं। टैग के आधार पर उसके मालिक का पता लगाकर उस पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। क्षेत्र के रामपुर पट्टी, अलापुर ,बनियाठेर, करावर ,रुस्तमपुर, सुंदरपुर, बिचौला आदि गांवों के किसान आवारा पशुओं से परेशान हैं।

ग्रामीण छोड़ देते हैं गोवंश : जिले के ग्राम अकरौली गोशाला में 76 और भूड़मरैसी गांव की गोशाला में 28 गोवंशीय पशु हैं। बिलारी निवासी कृषक नरेंद्र ठाकुर का कहना है कि बंदरों की बढ़ती संख्या भी आम जनजीवन के अलावा फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रही है इनको पकड़कर दूर वनों में छोड़ा जाना चाहिए। सनाई गांव के किसान अखिल कुमार का कहना है कि बिलारी के निकट बंदर फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं, उनको पकड़वाना जरूरी है। सिहारी लद्दा गांव के किसान रामनिवास कश्यप का कहना है कि हम परिवार समेत दिन रात मेहनत करके अपनी आजीविका के लिए फसलें उगाते हैं उन्हें पालते पोसते हैं, परंतु यह बेसहारा पशुओं का झुंड कुछ देर में ही चट कर जाता है। 


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