1.5 लाख महिलाओं के जनधन खाते में छह अप्रैल तक पहुंचेगी मदद Sambhal News
केंद्र सरकार ने 500 रुपये प्रतिमाह प्रदान करने की है घोषणा निकासी की तिथियां भी निर्धारित। बैंकों को इसके लिए निर्देश जारी किया जा चुका है।
सम्भल,जेएनएन। लॉकडाउन के ²ष्टिगत गरीबों की आर्थिक हालत को संतुलित बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार की ओर से जनधन खातों में आर्थिक मदद देने की घोषणा की गई थी। जिसके अंतर्गत जिले की तकरीबन डेढ़ लाख महिलाओं के जनधन खातों में 500 रुपये प्रति माह की धनराशि स्थानांतरित होना शुरू हो गई है। बैंकों की ओर से अलग अलग खाताधारकों को तिथि के अनुसार व्यवस्था बनाई गई है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत जिले में संचालित लगभग छह लाख जनधन खातों में से लगभग डेढ़ लाख महिला जनधन खातों में 2 अप्रैल से 500 प्रति माह की आर्थिक मदद पहुंचने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस माह खातों में प्रदान की जाने वाली आर्थिक मदद की प्रक्रिया 6 अप्रैल तक पूरी की जाएगी जबकि निर्धारित खाता धारकों को निकासी 3 अप्रैल से 9 अप्रैल तक की जाएगी। जिले के सभी बैंकों को जारी किए गए निर्देश के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को न्यूनतम शरीरिक दूरी के साथ सभी नियमों का पालन कराना अनिवार्य होगा।
यह रहेगा जमा और निकासी का कैलेंडर
जिन खातों का अंतिम अंक 0 या 1 है, उन खातों में सरकार के द्वारा 2 अप्रैल को धनराशि जमा की जाएगी और उसका भुगतान 3 अप्रैल को किया जाएगा। इसके अलावा खातों के अंतिम अंक दो या तीन के खाताधारकों की धनराशि 3 अप्रैल को जमा की जाएगी, जिसका भुगतान 4 अप्रैल को होगा। अंतिम अंक चार या पांच वाले खाताधारकों को धनराशि 4 अप्रैल को प्रदान की जाएगी, जिसका भुगतान 7 अप्रैल को किया जाएगा। अंतिम अंक 6 या 7 के खाताधारकों को 5 अप्रैल को धनराशि खातों में मिलेगी, जिसका भुगतान 8 अप्रैल को होगा और अंतिम अंक 8 या 9 की खाताधारकों को धनराशि 6 अप्रैल को उनके खाते में जमा की जाएगी, जिसका भुगतान नौ अप्रैल को किया जाएगा।
बैंको को जारी किए गए निर्देश
जिला अग्रणी प्रबंधक नीलेश सिंह परिहार ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से लागू किए गए लॉकडाउन के सभी नियमों का पालन करने के लिए बैंकों को निर्देश जारी किए गए हैं, जिसके तहत जिन महिला जनधन खाता धारकों को सरकार की ओर से 500 रुपये की आर्थिक मदद प्रदान की जाएगी, उनके अंतिम अंकों के अनुसार तिथि अभी निर्धारित की गई हैं।