आजम खां पर दर्ज मुकदमों में नहीं हो सकी सुनवाई, आपत्तिजनक टिप्पणी और दो जन्म प्रमाण पत्र का है मामला
तीन मामले भाजपा नेता आकाश सक्सेना द्वारा कराए गए थे जिनमें सांसद पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे अब्दुल्ला को चुनाव लड़ाने के लिए उसके जन्म प्रमाण पत्र में उम्र बढ़ाई थी। बाद में पैन कार्ड और पासपोर्ट में भी जन्मतिथि बदलवा दी।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। कोविड प्रोटोकाल के चलते सोमवार को रामपुर में ज्यादातर मामलों की सुनवाई नहीं हो सकी। सांसद आजम खां से जुड़े आठ मामलों में भी अदालतों ने अगली तारीख दे दी है। तीन मामले भाजपा नेता आकाश सक्सेना द्वारा कराए गए थे, जिनमें सांसद पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे अब्दुल्ला को चुनाव लड़ाने के लिए उसके जन्म प्रमाण पत्र में उम्र बढ़ाई थी। बाद में पैन कार्ड और पासपोर्ट में भी जन्मतिथि बदलवा दी।
बेटे के अलग-अलग जन्मतिथि के दो जन्म प्रमाण पत्र, दो पासपोर्ट और दो पैनकार्ड बनवा लिए। इसमें जन्म प्रमाण पत्र वाले मुकदमे में सांसद के अलावा उनकी पत्नी शहर विधायक डा. तजीन फात्मा और बेटा अब्दुल्ला भी नामजद है। इन मुकदमों की सुनवाई अब मजिस्ट्रेट ट्रायल कोर्ट में स्थानांतरित हो गई है। भाजपा नेता ने बताया कि इनमें अब 15 जनवरी को सुनवाई होगी। एक मुकदमा एससी-एसटी एक्ट का है, जो वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव के दौरान का है। यह मुकदमा पूर्व बसपा नेता धीरज शील ने टांडा थाने में कराया था। इसमें आजम खां पर चुनावी जनसभा में अनुसूचित जाति समाज के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। मुकदमे के वादी का निधन हो चुका है। मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है। इसमें कोर्ट ने 18 जनवरी नियत की है। इसके अलावा बाकी मामले यतीमखाना प्रकरण से जुड़े हैं। इनमें अगली सुनवाई 21 जनवरी को होगी।
अब जल्द बाहर आएंगे अब्दुल्ला : सांसद आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम शीघ्र ही जेल से बाहर आएंगे। वह 26 फरवरी 2020 से जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ 43 मुकदमे विचाराधीन हैं। सभी मुकदमों में जमानत हो चुकी है। एक मामले में जमानती दाखिल नहीं हो सके थे। सोमवार को इस मामले में भी जमानती दाखिल हो गए। अब शीघ्र ही उनके आने की उम्मीद है।