कभी आदमखोर बाघ को भी मार गिराया था, अब रजा लाइब्रेरी की शोभा बढ़ा रही नूरजहां की बंदूक साफ करती पेंटिंग
Noorjahan gun cleansing painting in Rampur Raza Library मुरादाबाद मंडल के रामपुर जिले के रजा लाइब्रेरी में बेशकीमती पेंटिंग का अनुपम संग्रह है। रामपुर के नवाब खानदान की संपत्ति में 23 करोड़ रुपये से अधिक की पेंटिंग शामिल हैं।
रामपुर (मुस्लेमीन)। Noorjahan gun cleansing painting in Rampur Raza Library। रजा लाइब्रेरी में अनमोल किताबों का खजाना है, यह सभी जानते हैं। लेकिन, बहुत कम लोग इससे वाकिफ हैं कि यहां बेशकीमती पेंटिंग का अनुपम संग्रह भी है। इनमें मुगल बादशाह जहांगीर की बेगम नूरजहां की शिकार के बाद बंदूक की नाल साफ करती पेंटिंग भी है। इसे जो भी देखता है, बस निहारता रह जाता है। बरबस उसके मुंह से निकल ही पड़ता है...वाह।
रजा लाइब्रेरी में करीब पांच हजार पेंटिंग्स हैं। कई पेंटिंग्स तो नायाब हैं। लाइब्रेरी के निदेशक एवं जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह बताते हैं नूरजहां को शिकार का शौक था। उन्होंने आदमखोर बाघ को भी मार गिराया था। लाइब्रेरी में उनकी जो पेंटिंग है, वह दुर्लभ है। इसे 17वीं शताब्दी में उस जमाने के मशहूर पेंटर अबुल हसन ने बनाया था। अबुल हसन को बादशाह जहांगीर ने नादिर उज जमा (जमाने का सबसे अच्छा पेंटर) का खिताब दिया था। लाइब्रेरी में अकबर की पर्सनल एलबम भी है, जिसमें तमाम राशियों की पेंटिंग है। इनमें उस दौर के रहन सहन, खानपान, बर्तन, गीत संगीत आदि को दर्शाया गया है। 258 पेंटिंग्स ऐसी हैं, जिनमें औरंगजेब के दौर के तौर-तरीकों को उकेरा गया है।
रजा लाइब्रेरी में हजरत अली के हाथ से हिरन की खाल पर लिखी कुरआन है तो सुमेरचंद की फारसी में लिखी रामायण भी है। इसके शुरू के पेज सोने के पानी से लिखे हैं। 17 हजार पांडुलिपियां और 60 हजार किताबें हैं। इसे देखने विदेश से भी लोग रामपुर आते हैं। इसकी इमारत भी बेहद खूबसूरत है और इसके अंदर इल्म का बेहतरीन खजाना है।
पेंटिंग के रख-रखाव पर खास ध्यान
पुस्तकालय के अधिकारी अबु शाद इस्लाही बताते हैं कि पांच हजार पेंटिंग हैंं। इनमें चार हजार छोटी और एक हजार बड़ी पेंटिंग हैं। छोटी पेंटिंग का साइज एक फिट से कम है, जबकि बड़ी पेंटिंग का साइज इससे बड़ा है। पेंटिंग के रखरखाव पर विशेष ध्यान जाता है। सभी पेंटिंग पूरी तरह सुरक्षित हैं।
नवाब थे पेंटिंग के शौकीन
रजा लाइब्रेरी रामपुर के नवाबों की अमूल्य धरोहर है। नवाबों को किताबों के साथ ही पेंटिंग का शौक था। आजकल इनकी संपत्ति के बंटवारे की प्रक्रिया चल रही है। पूरी संपत्ति का सर्वे और मूल्यांकन कराया गया। कुल संपत्ति 2,600 करोड़ से ज्यादा की है। इसमें करीब 23 करोड़ की पेंटिंग भी शामिल हैं।
अलमारी में रखी हैं सुरक्षित
लाइब्रेरी अधिकारी अबु शाद इस्लाही बताते हैं कि अकबर की एलबम में 24 और जहांगीर की एलबम में 12 पेंटिंग हैं। सभी अलमारी में रखी हैं। अगर कोई इन्हें देखना चाहता है तो अनुमति के बाद दिखाई भी जाती हैं।