प्रेमिका को मिला न्याय, यूपी पुलिस के सिपाही ने शादी करके बसाया घर
Girlfriend gets justice नारी उत्थान केंद्र भेजा शादी का प्रमाण पत्र। जेल जाने की नौबत आने पर शादी के लिए हुआ था राजी।
मुरादाबाद, जेएनएन। आखिरकार यूपी पुलिस के एक सिपाही ने प्रेमिका के साथ शादी करके अपना घर बसा लिया। पहले वह इस शादी से इन्कार कर रहा था।
थाना मझोला के खुशहालपुर की रहने वाली युवती ने एसएसपी से शिकायत की थी कि उसकी शादी अप्रैल 2009 में थाना छजलैट के एक गांव के युवक से हुई थी। उसका एक बेटा भी है। पति की प्रताड़ना से परेशान होकर वह बेटे को लेकर खुशहालपुर में किराए के मकान में रहने लगी। यहां उसकी मुलाकात अमरोहा के थाना आदमपुर के गांव पांडली के रहने वाले युवक से हो गई। मेल जोल बढ़ा तो दोनों दंपती की तरह साथ रहने लगे। इस बीच 12 अगस्त 2018 को उसने एक और बेटे को जन्म दिया। युवक उस समय निजी कंपनी में नौकरी करता था। शादी के लिए कहा तो कहने लगा सरकारी नौकरी लगते ही कर लूंगा। मई 2019 में उसका सिपाही के पद पर चयन हो गया। इसके बाद तो उसने शादी से इन्कार कर दिया। ट्रेनिंग के बाद उसकी लखनऊ के थाना आशियाना में तैनाती हो गई। उसने एसएसपी लखनऊ से उसकी शिकायत की। बात नहीं बनी तो मुकदमा भी लिखाया। छह जनवरी को वह उसके घर पहुंचा। जबरन शारीरिक संबंध बनाए थे।
मामला नारी उत्थान केंद्र आने पर दोनों की काउंसिलिंग की गई। नारी उत्थान केंद्र की प्रभारी संध्या रावत ने बताया कि उन्होंने सिपाही को बुलाकर कह दिया था कि शादी करो, वरना मुकदमा लिखा दिया जाए। इसके बाद वह प्रेमिका से शादी करने के लिए राजी हो गया था। अब उसे आर्य समाज मंदिर में प्रेमिका से शादी कर ली है। वह सिपाही के साथ बेहद खुश है। रविवार को सिपाही ने अपनी शादी का प्रमाण पत्र भी उन्हें भेज दिया है। हम अपने यहां से दोनों की फाइल को बंद कर देंगे।