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सम्‍भल में गंगा ने शुरू किया कटान, किसानों की सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद

हताश व निराश किसान अपनी गन्ने की फसल को गंगा नदी में बहते हुए देख रहे हैं। लाखों रुपये की लागत से तैयार फसल के नष्ट होने पर किसानों के सामने भारी परेशानी आ गई है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 25 Aug 2020 05:53 PM (IST)Updated: Tue, 25 Aug 2020 05:53 PM (IST)
सम्‍भल में गंगा ने शुरू किया कटान, किसानों की सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद
सम्‍भल में गंगा ने शुरू किया कटान, किसानों की सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद

सम्‍भल, जेएनएन। गुन्नौर में पहाडों पर हो रही झमाझम बारिश से मैदानी क्षेत्र में नदियां उफान पर हैं। जनपद से गुजरने वाली गंगा नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है, जिसकी वजह से गंगा में तेज बहाव है। इसके चलते गुन्नौर तहसील क्षेत्र के गांव ईसमपुर डांडा के जंगल में गंगा ने किनारे से कटान करना शुरू कर दिया है। इस वजह से गंगा किनारे खड़ी किसानों की गन्ने की फसल नष्ट हो रही है। कटान की वजह से अब तक किसानों की करीब 100 बीघा फसल नष्ट हो चुकी है।

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जनपद में गुन्नौर तहसील क्षेत्र से गुजरने वाली गंगा नदी का जलस्तर पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते बढ़ गया है, जिसकी वजह से पानी का बहाव तेज बहाव हो गया है। तहसील क्षेत्र के गांव ईसमपुर डांडा के जंगल में गंगा किनारे किसानों से गन्ने की फसल बो रखी थी। सोमवार की देर रात्रि से गंगा का रुख गांव की तरफ हो गया है, जिसकी वजह से गंगानदी के तेज बहाव ने गंगा किनारे की जमीन को काटना शुरू कर दिया है। जिस वजह से किनारे पर खड़ी गन्ने की फसल कटान की चपेट में आने से नष्ट हो गई। कटान की वजह से गांव के ही जगतसिंह, महाराज सिंह, गोपाल, बलराम, महावीर केशो की गन्ने की फसल कटान से गंगा में बह गई है। किसानों कि मानें तो अब तक लगभग 100 बीघा जमीन जिसमें गन्ना खड़ा हुआ था वह कट कर गंगा में बह चुकी है और लगातार गंगा किनारे की जमीन का काटन जारी है। 

फसल के कटान पर किसी प्रकार की राहत नहीं मिल पाती है। यदि किसानों की फसल का बीमा हुआ तो राहत मिल सकती है। मौके पर पहुंचकर मुआयना कराया जाएगा। किसानों की हर संभव मदद का प्रयास किया जाएगा।दीपेंद्र सिंह यादव, उपजिलाधिकारी गुन्नौर


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