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Fraud in Education Department : बीईओ की मेहरबानी से बिना चार्ज लिए शिक्षिका नौ माह तक लेती रही एरियर

Fraud in Education Department प्रधानाध्यापिका ने नौ माह तक विद्यालय का चार्ज नहीं लिया और बीईओ की मेहरबानी से एरियर लेती रहीं। आरटीआई में मांगी गई सूचना में यह मामला प्रकाश में आया। जिलाधिकारी से मामले की जांच कार्रवाई कराने की मांग की है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 04:50 PM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 04:50 PM (IST)
Fraud in Education Department : बीईओ की मेहरबानी से बिना चार्ज लिए शिक्षिका नौ माह तक लेती रही एरियर
शिक्षा विभाग से मांगी गई आरटीआई में हुआ पर्दाफाश।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Fraud in Education Department : अंतर जनपदीय तबादले के बाद शिक्षिका को प्राथमिक विद्यालय ककराली में प्रधानाध्यापिका के पद पर तैनाती मिली। आरोप है कि प्रधानाध्यापिका ने नौ माह तक विद्यालय का चार्ज नहीं लिया और बीईओ की मेहरबानी से एरियर लेती रहीं। आरटीआई में मांगी गई सूचना में यह मामला प्रकाश में आया। जिलाधिकारी से मामले की जांच कार्रवाई कराने की मांग की है।

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अमरोहा का यह मामला वर्ष पांच वर्ष पुराना है। अंतर जनपदीय तबादला नीति के तहत शिक्षिका अंजुम जहां का स्थानांतरण मुरादाबाद जनपद स्थित डिलारी के प्राथमिक स्कूल बहेड़ी से 27 अगस्त 2016 को अमरोहा में हुआ था। जिसमें तत्कालीन बीएसए शमीमा खानम ने 23 सितंबर 2016 को स्कूल आवंटन कर जोया विकास खंड के प्राथमिक स्कूल ककराली में प्रधानाध्यापिका के पद पर तैनात किया था। अकबरपुर पट्टी निवासी ओमवीर सिंह ने संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी बीके त्रिपाठी को पत्र सौंपा तथा आरोप लगाते हुए बताया कि आदेश पत्र पर तत्कालीन बीएसए के फर्जी हस्ताक्षर हैं। साथ ही अध्यापिका ने स्कूल में नौ माह तक चार्ज नहीं लिया और वह 6 अक्तूबर 2016 से लगातार अनुपस्थित रहीं, लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार की मेहरबानी से वह नौ माह तक बराबर एरियर का भुगतान लेती रहीं। बताया कि इसका जन सूचना अधिकारी अधिनियम के तहत मांगी गई सूचना में पर्दाफाश हुआ है। बताया कि वर्तमान में शिक्षिका अंजुम जहां अकबपुर पट्टी के प्राथमिक स्कूल में तैनात हैं। ओमवीर सिंह ने पूरे मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की। जिसमें डीएम ने मामले को गंभीरता से लिया और बीएसए चंद्र्रशेखर को पूरे मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।

शिकायत संज्ञान में है। डीएम ने जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अगर बिना चार्ज के बीईओ द्वारा एरियर का भुगतान किया गया है तो गंभीर है। पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।-चंद्रशेखर, बीएसए।


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