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स्‍कूटी से घर जा रहे थे शिवसेना के पूर्व जिला संयोजक, बदमाशों ने मार दी गोली Rampur News

रामपुर जिले में सिविल लाइंंंस क्षेत्र में बुधवार रात शिव सेना के पूर्व जिला संयोजक अनुराग शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

By Edited By: Published: Wed, 20 May 2020 11:15 PM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 08:40 AM (IST)
स्‍कूटी से घर जा रहे थे शिवसेना के पूर्व जिला संयोजक, बदमाशों ने मार दी गोली  Rampur News
स्‍कूटी से घर जा रहे थे शिवसेना के पूर्व जिला संयोजक, बदमाशों ने मार दी गोली Rampur News

रामपुर, जेएनएन। सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र में बुधवार रात शिव सेना के पूर्व जिला संयोजक अनुराग शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई । घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। घटना बुधवार रात करीब पौने नौ बजे की है। वारदात के बाद से परिवार के लोगों मेंं कोहरा मचा हुआ है।

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यह है पूरा मामला 

ज्वालानगर निवासी अनुराग शर्मा घटना के समय सब्जी लेकर स्कूटी से अपने घर जा रहे थे। ज्वालानगर तिराहे से आगापुर की ओर मुड़ते ही पीछे से बाइक पर आए बदमाशों ने उन्हें बराबर में आकर गोली मार दी। वह स्कूटी समेत नीचे गिर गए। गोली की आवाज पर लोग तिराहे की ओर दौड़ पड़े। वहा तैनात पुलिस भी आ गई। लोग उन्हें लेकर जिला अस्पताल लेकर आ गए। यहा कोई स्टाफ न होने पर समर्थक उन्हें सेवा अस्पताल ले आए, जहा उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। उनकी मौत से समर्थक आक्रोशित हो गए। उन्होंने हंगामा किया। सूचना पर सीओ सिटी विद्या किशोर पुलिस बल के साथ वहा आ गए। हंगामा कर रहे समर्थकों को शात कराया। एसपी शगुन गौतम ने बताया कि हत्यारों की तलाश की जा रही है। घटनास्थल और आसपास लगे सीसीटीवी की रिकॉìडग से हत्यारों का पता लगाया जा रहा है। एसओजी समेत पुलिस की तीन टीमें लगी हैं। गौरतलब है कि अनुराग शर्मा पर हत्या और डकैती समेत करीब तीन दर्जन मुकदमे थे। हिस्ट्रीशीटर होने के बावजूद वह राजनीति में काफी सक्रिय थे। उनकी पत्नी अपने वार्ड से कई बार से लगातार सभासद हैं।

पहले भी हो चुका था हमला

अनुराग शर्मा पर पहले भी हमला हो चुका है। तब भी उन्हें दिनदहाड़े शौकत रोड पर बदमाशों ने गोली मारी थी। लेकिन, लंबे उपचार के बाद उनकी जान बच गई थी। जिला अस्पताल में नहीं में नहीं मिले डॉक्टर, तोड़फोड़ रामपुर: गोली लगने से घायल शिव सेना के पूर्व जिला संयोजक अनुराग शर्मा को जिला अस्पताल में समय रहते कोई प्रारंभिक उपचार नहीं मिल सका। वहा न तो कोई चिकित्सक था और न ही स्टाफ। इस पर पूर्व संयोजक के समर्थकों ने हंगामा किया। इसकी जानकारी मिलने पर सीओ विद्या किशोर पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने सीएमओ को फोन किया। इसके बाद भी कोई डाक्टर नहीं पहुंचा। तब सीएमओ खुद वहा आ गए, लेकिन तब तक समर्थक उन्हें लेकर तोपखना रोड स्थित निजी सेवा अस्पताल पर आ गए। यहा उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद समर्थक फिर जिला अस्पताल ले आए और काफी देर तक हंगामा करते रहे। बाद में सीओ के समझाने पर शात हुए।


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