DGP in Moradabad : अब तक पांच हजार मुठभेड़ हुई, प्रदेश हुआ भयमुक्त : डीजीपी Moradabad News
पुलिस अकादमी में पासिंग परेेेड का संबोधित करते हुए डीजीपी ने कहा कि पूर्व में प्रदेश में भय का वातावरण था।
मुरादाबाद । पुलिस अकादमी में पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि पहले प्रदेश में भय व दहशत का माहौल था। अब अपराधों में कमी आई है। अब तक 5000 मुठभेड़ हो चुकी है। इनमें पांच पुलिसकर्मी शहीद हुए और 786 घायल हुए हैं। इससे प्रदेश भय मुक्त हुआ हैैै। उन्होंने कहा कि यूपी 100 का बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। 10 मिनट से घटाकर रेस्पांस टाइम आठ मिनट करने का लक्ष्य रखा है। इसको हम पूरा करेंगे।
चुनौतियों की दी जानकारी
डीजीपी ओपी सिंह ने पासिंग आउट परेड में शामिल दारोगा को संबोधित करते व्यावसायिक जीवन में आने वाली चुनौतियों की जानकारी दी। कहा कि बदमाशों के साथ पुलिस की पांच हजार मुठभेड़ हुई। इसमें 11 हजार अपराधी गिरफ्तार हुए। 1810 बदमाश पुलिस की गोली से घायल हुए। पांच पुलिस कमियों को शहीद होना पड़ा। 786 पुलिस कर्मी भी घायल हुए। विश्व की सबसे बड़ी संस्था अपने उद्देश्य के प्रति कृत संकल्पित है। इसके पूर्व पुलिस अकादमी के निदेशक राजीव कृष्ण ने कार्यक्रम की रूप रेखा बताते कहा कि वर्ष 2018 में 302 प्रशिक्षु दारोगा पुलिस अकादमी को मिले। प्रशिक्षणरत दारोगा में 281 प्रशिक्षु मृतक आश्रित हैं। शेष 21 प्रशिक्षु वर्ष 2011 बैच सीधी भर्ती के दारोगा हैं। नवंबर माह में प्रशिक्षण सत्र पूरा होने के बाद आंतरिक व वाह्य प्रशिक्षण की परीक्षाएं हुईं। इसमें 299 दारोगा सफल हुए। यह 299 दारोगा का पासिंग आउट परेड में शामिल हैं। कार्यक्रम के अंत में डीजी ट्रेनिंग सुजानवीर सिंह ने अतिथियों के प्रति आभार जताते कहा कि गुणवत्ता पूर्ण प्रशिक्षण ही हमारा प्रमुख उद्देश्य है। पुलिस अफसरों का प्रशिक्षण अंतरराष्ट्रीय स्तर का हो, यह प्रयास लगातार जारी है। इसके पूर्व सीएम ने एडीजी राजीव कृष्ण के साथ परेड की सलामी ली।
सीएम ने इनको किया सम्मानित
सर्वांग सर्वोत्तम कैडिट चुने गए बिजनौर के हरजीत को तलवार भेंट कर उनकी हौसलाफजाई की। आंतरिक प्रशिक्षण में सर्वोच्च नंबर हासिल करने वाले मिर्जापुर के सुनील कुमार मिश्र व वाह्य प्रशिक्षण में सबसे अधिक अंक अर्जित करने वाले गोरखपुर के संदीप यादव को मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इनके अलावा वाह्य प्रशिक्षण की शारीरिक दक्षता में प्रथम दीपक मिश्र, कवायद ड्रील में सुजीत यादव, शस्त्र प्रशिक्षण में सौरभ सिंह, फील्ड क्राफ्ट-टैक्टिस व मैप रीडिंग जंगल ट्रेनिंग में अवनीश कुमार मिश्र, यूएसी में शशिकांत यादव, योगासन में अंकित यादव, ड्राइविंग में कुलवंत कुमार यादव, तैराकी में शमी अफसर शेख, घुड़सवारी में दिलीप कुमार, बाधा कोर्स में जितेंद्र कुमार, विस्फोटक ज्ञान में अतुल कुमार वर्मा व वन मिनट ड्रील में प्रथम स्थान पर रहे राजेंद्र सिंह का नाम शामिल रहा। इनडोर प्रशिक्षण के विभिन्न विषयों में प्रथम स्थान पर विनीत पवार, अमित कुमार सिंह, अतुल कुमार तिवारी, अवनीश शुक्ल, मनोज कुमार यादव, संजीव कुमार, सुमित त्रिपाठी, सैफ अहमद अंसारी, योगेश बाबू, अवधेश व सुनील कुमार मिश्र रहे।