रामपुर में घरेलू गैस सिलेंडर में लगी आग, मां और दो बेटियां झुलसीं
रामपुर के टांडा के एक गांव में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब खाना बनाते सिलेंडर में भड़की आग से एक महिला झुलसने लगीं। बचाने आईं महिला की दो बेटियां भी झुलस गईं।
रामपुर। घरेलू गैस सिलेंडर पर खाना पकाते समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है। जरा सी लापरवाही जानलेवा बन सकती है। जिले के टांडा में गैस सिलेंडर में अचानक आग लगने से मकान मालिक की दो बेटियां और पत्नी झुलस गईं। इस बीच आग लगने पर पड़ोसियों ने सिलेंडर को बाहर निकालकर फेंका जिससे बड़ी दुर्घटना होने से बच गई।
मुहल्ला राहूपुरा निवासी अकबर अली हलवाई की मिठाई की दुकान पर मजदूरी करता है। घर पर उसकी पत्नी नादरा गैस चूल्हे पर खाना बना रही थी। अचानक गैस सिलेंडर में आग भड़क गई। कपड़ों में भी आग लग गई। इससे वह झुलस गई। चेहरा व पैर जल गया। बेटियां उजमा और सानिया ने जब मां की चीख सुनी तो वह भी बचाने के लिए दौड़ पड़ीं। मां को बचाने के प्रयास में दोनों बेटियां भी झुलस गई। आग से घर का सामान भी जल गया। इसी बीच चीख पुकार पर एक ग्रामीण राजू अंदर घर मेंं घुस गया और उसने सूझबूझ का परिचय देते हुए गैस सिलेंडर पर बाल्टी ढक कर सिलेंडर को बाहर फेंक दिया। पड़ोसी भी पहुंच गए। उन्होंने पानी, रेत आदि डालकर आग पर काबू पाया। सूचना पर अकबर अली भी घर पहुंच गया। उन्होंने को तीनों का निजी चिकित्सक से उपचार कराया।
इस तरह बरतें सावधानी
गैस सिलेंडर के रेगुलेटर और उसकी पाइप को समय-समय पर चेक करते रहे। काफी पुराना रेगुलेटर हो तो उसे बदलवा दें। आग लगने पर घबराएं नहीं। िसिलेंडर में लगी आग को पानी से काबू पाना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे हालात में भीगी तौलिया या चादर लेकर उसे एक ही बार में सिलेंडर पर लपेट दें। बाहरी हवा का साथ न मिलने पर आग बुझ जाएगी।