फर्जी लाइसेंस जारी करने वाली मुरादाबाद की चार समितियों के पदाधिकारियों पर एफआइआर के आदेश
यूरिया खाद वितरण में कालाबाजारी का मामला सामने आने पर इसकी जांच शुरू करा दी गई थी। इसी मामले में कुल छह समितियों के उर्वरक बिक्री के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं । डीएचओ की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने देर शाम की कार्रवाई।
मुरादाबाद,जेएनएन। किसान सेवा के नाम पर बनी समितियों में फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है। फर्जी उर्वरक लाइसेंस जारी करने वाली चार समितियों के पदाधिकारियों के खिलाफ जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने एफआइआर के आदेश दिए हैं। इन चार समितियों के अलावा दो अन्य समितियों सहित छह के उर्वरक बिक्री लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं।
प्रदेश में उर्वरक वितरण में घोटाला पकड़े जाने के बाद मुरादाबाद में जांच शुरू हुई थी। जिसमें अनेक उर्वरक बिक्री केंद्रों के अलावा किसान सेवा समितियों में अनियमितताएं मिलीं थीं। जिला उद्यान अधिकारी (डीएचओ) व जिला कृषि अधिकारी (डीएओ) के बीच में समितियों के नाम पर उर्वरक लाइसेंस जारी किए जाने को लेकर टकराव की स्थिति बनी हुई थी। डीएम ने जिला उद्यान अधिकारी सुनील कुमार से समितियों की रिपोर्ट मांगी थी। डीएचओ ने जिलाधिकारी को 16 समितियों की रिपोर्ट सौंपी थी। इनमें चार ऐसी समितियां मिलीं जिनके पदाधिकारियों ने उर्वरक केंद्रों के फर्जी लाइसेंस जारी किए थे। मामला पकड़ में आने के बाद जिलाधिकारी करनपुर व मोहनपुर समिति के शाहदाब, कांकडख़ेड़ा के इंतखाब, बिलाखुदान के शमशाद के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के आदेश जिला कृषि अधिकारी ऋतुषा तिवारी को दिए हैं। इन चारों समितियों के अलावा शाहपुर तिगरी व बरबारा मझरा समिति के उर्वरक लाइसेंस भी निरस्त कर दिए हैं।
डीएचओ ने 16 समितियों की रिपोर्ट दी थी। इसमें छह समितियों के उर्वरक लाइसेंस निरस्त किए हैं। साथ ही चार समितियों के फर्जी पदाधिकारियों के विरुद्ध एफआइआर कराने का जिला कृषि अधिकारी को आदेश दिया गया है।राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी