मिशन ब्रॉडबैैंड : आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को मिलेगा हाई स्पीड इंटरनेट सेवा का लाभ Moradabad News
गांवों में रहने वाले गरीब परिवार भी अब हाईस्पीड इंटरनेट सेवा का लाभ ले सकेंगे। इसके लिए सरकार ने राष्ट्रीय मिशन ब्रॉडबैैंड की योजना बनाई है।
मुरादाबाद (प्रदीप चौरसिया)। राष्ट्रीय मिशन ब्रॉडबैैंड के तहत गांव के अंतिम व्यक्ति को हाई स्पीड इंटरनेट की आजादी मिलेगी। सरकार ने 2022 तक लक्ष्य पूरा करने के लिए बीएसएनएल को नोडल एजेंसी बनाया गया है।
यह है योजना
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की तर्ज पर सरकार ने राष्ट्रीय मिशन ब्रॉडबैैंड की योजना बनाई है। इसका लक्ष्य दूर दराज के गांव तक हाई स्पीड ब्रॉडबैंड सेवा उपलब्ध कराने के साथ बीएसएनएल की आर्थिक स्थिति मजबूत करना है। इसके लिए नोडल एजेंसी बीएसएनएल गांव तक आप्टिकल फाइबर केबिल पहुंचाएगी। जहां फ्री में इंटरनेट सुविधा दी जाएगी वहां सरकार बीएसएनएल को किराया देगी। यही नहीं जो प्राइवेट कंपनी दूर दराज गांव में ब्रॉडबैैंड की सुविधा देगी, सरकार उसे भी अनुदान देगी।
आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को मिलेगा फायदा
योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवार को खाद्यान्न, बिजली के साथ फ्री या नाममात्र खर्च पर हाई स्पीड इंटरनेट की सेवा उपलब्ध करायी जानी है। ताकि आम आदमी भी देश दुनिया से जुड़कर रोजगार के नए आयाम की तलाश कर सके।
साठ फीसद गांव में नहीं है सुविधा
मुरादाबाद जिले में 969 राजस्व गांव है। 60 फीसद गांव में ब्रॉडबैैंड के लिए आप्टिकल फाइबर तक नहीं पहुंचा है। वर्तमान में शहरी क्षेत्रों में 75 फीसद व ग्रामीण क्षेत्र में 44.1 फीसद लोगों के पास मोबाइल या टेलीफोन कनेक्शन हैं। प्रति उपभोक्ता हर माह 0.80 जीबी से कम डाटा खर्च करता है।
प्रति हजार आबादी पर होगा टावर
वर्तमान में चार हजार की आबादी पर एक मोबाइल टावर है, योजना के अनुसार एक हजार की आबादी पर एक मोबाइल टावर लगाया जाना है। इसमें थ्री जी व फोर जी इंटरनेट सेवा उपलब्ध होगी।
महाप्रबंधक संजय प्रसाद ने बताया कि मिशन ब्रॉडबैैंड के लिए जिले के गांव का नक्शा जिला प्रशासन से लेकर मुख्यालय भेज दिया है। ओएफसी व बजट मिलते ही गांव तक हाई स्पीड ब्रॉड बैैंड पहुंचने के लिए आप्टिकल फाइबर डालने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
जिले में यह है स्थिति (सभी कंपनियों की)
टेलीफोन 25 हजार
ब्रॉडबैैंड 9 हजार
मोबाइल 14 लाख