Fear of Bird flu in Moradabad : ठाकुरद्वारा क्षेत्र में हाईअलर्ट, अब तक यहां सबसे ज्यादा पक्षियों की हो चुकी है मौत
High alert at Thakurdwara on bird flu 26 जनवरी के बाद कुंदरकी से एक कौवे का नमूना जांच के लिए गया है। इसके अलावा छजलैट से तीन पक्षियों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
मुरादाबाद, जेएनएन। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान(आइवीआरआइ) को भेजे गए मरे कौवे के सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने की सूचना के बाद ठाकुरद्वारा क्षेत्र को हाईअलर्ट पर रखा गया है। उत्तराखंड की सीमा से सटा होने की वजह से भी ठाकुरद्वारा में सबसे अधिक खतरा होने की संभावना जताई जा रही है। अब तक सबसे अधिक पक्षियों की मौत भी इसी क्षेत्र में हुई है।
शुक्रवार को मरने वाले छह पक्षियों में से एक कौवे का सैंपल लेकर जांच के लिए आइवीआरआइ बरेली भेज दिया है। शनिवार को ठाकुरद्वारा के ही पीपली अहिर गांव में छह पक्षियों और दो कुत्ते के बच्चों की मौत होने की सूचना मिलने पर पशु पालन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। ठाकुरद्वारा के पशु चिकित्साधिकारी डॉ.एसपी पांडेय, डॉ. धर्मेंद्र कुमार की टीम ने कौवे का सैंपल लेकर अन्य पक्षियों को वहीं दफन करा दिया था। आइवीआरआइ ने मुरादाबाद से भेजे गए कौवे के सैंपल में बर्ड फ्लू होने का दावा किया है। इसके बाद से जिले भर की रैपिड रिस्सांस टीमों को सक्रिय कर दिया गया है। मुर्गी पालकों को भी अलर्ट रहने का संदेश भेज दिया गया है। किसी को भी व्यक्ति को पोल्ट्री फार्म में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जा रही है। साइबेरियन पक्षियों पर कड़ी निगरानी हो रही है। मौढ़ा तैय्या झील पर भी वन विभाग की टीम ने शनिवार को फिर से जाकर साइबेरियन पक्षियों के बारे में जानकारी की। मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. हरिशंकर वर्मा ने बताया कि मुरादाबाद से भेजे गए 180 से ज्यादा नमूनों की जांच होकर आई है। सभी सैंपल निगेटिव मिले हैं। हमारी जानकारी में नहीं है कि किस सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 26 जनवरी के बाद कुंदरकी से एक कौवे का नमूना जांच के लिए गया है। इसके अलावा छजलैट से तीन पक्षियों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। हम उन्हीं का इंतजार कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने पर ही कुछ कहा जा सकता है।